उदयपुर: पिता पर बेटी ने लगाया 10 साल से शारीरिक शोषण का संगीन आरोप, साहसिक कदम से थर्राया परिवार

उदयपुर । समाज के सबसे पवित्र रिश्तों में से एक—पिता-पुत्री के बंधन को कलंकित करने वाला एक दिल दहला देने वाला मामला उदयपुर में सामने आया है। एक 20 वर्षीय युवती ने अपने पिता के खिलाफ पिछले दस वर्षों से चली आ रही यौन शोषण की घटनाओं का खुलासा किया है। पीड़िता के बयान के अनुसार, जब वह मात्र 14 वर्ष की थी, तब उसके पिता ने घर के अंदर घुसकर अशोभनीय और अश्लील व्यवहार शुरू किया। डर के मारे वह तुरंत दूसरे कमरे में भाग गई और अपनी दादी, दादा तथा बुआ को इस घटना के बारे में रोते हुए बता दिया।

परिवार के बुजुर्ग सदस्यों के साथ लंबी चर्चा के बाद, आर्थिक तंगी और पिता के जेल जाने की आशंका को देखते हुए उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज न कराने का फैसला लिया। पीड़िता ने पुलिस को बताया कि इसके बावजूद आरोपी पिता ने अपनी कुकृत्यों को जारी रखा। लगभग दो वर्ष पूर्व भी उसने इसी तरह की अश्लील हरकतें दोहराईं, लेकिन परिवार के दबाव में फिर से मामला दबा दिया गया। आरोपी पिता मौके का फायदा उठाकर लगातार बेटी के साथ दुर्व्यवहार करता रहा, जिससे पीड़िता मानसिक रूप से टूट चुकी थी।

आखिरकार, हिम्मत जुटाकर युवती ने समाज के डर को दरकिनार कर थाने पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई। उदयपुर के सुखेर थाना पुलिस ने पीड़िता के बयान पर भारतीय दंड संहिता की धारा 354 (महिला के साथ अश्लील कार्य) और अन्य संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस ने आरोपी पिता को हिरासत में लेने की प्रक्रिया शुरू कर दी है और गहन जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

परिवार का दर्द और समाज का आईना

यह मामला न केवल एक परिवार की त्रासदी है, बल्कि समाज में व्याप्त चुप्पी और पीड़ितों की मजबूरी को उजागर करता है। पीड़िता ने बताया कि परिवार की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर थी कि पिता की गिरफ्तारी से घर का पालन-पोषण कैसे होगा, इस डर से सभी चुप रहे। लेकिन अब युवती का यह साहस अन्य पीड़ितों के लिए प्रेरणा का स्रोत बन सकता है। विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे मामलों में तत्काल शिकायत और काउंसलिंग की जरूरत होती है, ताकि पीड़ितों को न्याय मिल सके और अपराधी सजा का भागीदार बने।

पुलिस ने पीड़िता को सुरक्षित स्थान पर रखा है और उसके बयान को वीडियो रिकॉर्डिंग के जरिए दर्ज किया गया है। जांच अधिकारी ने बताया कि आरोपी के खिलाफ मेडिकल जांच और अन्य सबूत इकट्ठा किए जा रहे हैं। यदि जांच में आरोप सही पाए गए, तो आरोपी को कड़ी सजा का सामना करना पड़ेगा।

हमारी न्यूज टीम इस संवेदनशील मामले पर नजर बनाए रखेगी और पीड़िता को न्याय दिलाने में सहयोग के लिए तैयार है। समाज से अपील है कि ऐसे मामलों में पीड़ितों का साथ दें और अपराधियों को बेनकाब करें। याद रखें, चुप्पी कभी समाधान नहीं होती—साहस ही न्याय का पहला कदम है।