सीकर | राजस्थान के सीकर जिले में स्थित खाटूश्यामजी, जो बाबा श्याम के दर्शन के लिए देशभर में प्रसिद्ध है, शनिवार, 12 जुलाई 2025 को तीन अलग-अलग आत्महत्या की घटनाओं से दहल उठा। इनमें हरियाणा के एक श्रद्धालु की होटल में फंदे पर लटकी लाश, एक 23 वर्षीय विवाहिता की आत्महत्या और एक 50 वर्षीय व्यक्ति की मौत शामिल है। इन घटनाओं ने न केवल स्थानीय निवासियों बल्कि लाखों श्रद्धालुओं के बीच सनसनी फैला दी है, जो इस पवित्र नगरी को आस्था का केंद्र मानते हैं।
श्रद्धालु की होटल में संदिग्ध मौत
हरियाणा के भिवानी जिले के निवासी सुरेंद्र पुत्र धर्मपाल, खाटूश्यामजी में बाबा श्याम के दर्शन के लिए शनिवार शाम को पहुंचे थे। उन्होंने रींगस के मिल तिराहा क्षेत्र में स्थित श्रीराम होटल में कमरा बुक किया। होटल कर्मचारियों के अनुसार, सुरेंद्र ने कमरा लेने के बाद उसमें प्रवेश किया और फिर बाहर नहीं निकले। देर रात, जब होटल कर्मचारी ने रात के खाने के लिए उनके कमरे का दरवाजा खटखटाया, तो कोई जवाब नहीं मिला। कई बार आवाज देने और दरवाजा खटखटाने के बावजूद अंदर से कोई हलचल नहीं हुई। कर्मचारी ने तुरंत होटल मालिक को सूचित किया, जिसने रींगस थाना पुलिस को इसकी जानकारी दी।
पुलिस की टीम तत्काल मौके पर पहुंची और कमरे का दरवाजा तोड़ा। अंदर का दृश्य देखकर सभी सन्न रह गए—सुरेंद्र का शव फंदे पर लटका हुआ था। प्रारंभिक जांच में यह आत्महत्या का मामला प्रतीत हो रहा है, लेकिन पुलिस को मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला, जिसके चलते आत्महत्या के कारणों का अभी तक पता नहीं चल सका है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर सीकर के उप जिला अस्पताल की मोर्चरी में पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
रींगस थाना प्रभारी ने बताया, “हमने होटल स्टाफ से पूछताछ शुरू कर दी है। सुरेंद्र के परिवार को सूचित कर दिया गया है, और उनकी बयानबाजी के बाद ही आत्महत्या के कारणों का खुलासा हो सकता है।” पुलिस यह भी जांच कर रही है कि क्या सुरेंद्र किसी मानसिक तनाव या अन्य परिस्थितियों से गुजर रहे थे। होटल के सीसीटीवी फुटेज और आसपास के लोगों से पूछताछ के जरिए पुलिस सुरेंद्र की गतिविधियों का समय-क्रम तैयार करने की कोशिश कर रही है।
23 वर्षीय विवाहिता की आत्महत्या, दहेज उत्पीड़न का गंभीर आरोप
इसी दिन रींगस कस्बे में एक अन्य दिल दहला देने वाली घटना सामने आई, जब 23 वर्षीय विवाहिता बबीता सैनी ने आत्महत्या कर ली। बबीता के परिजनों ने इस घटना के लिए दहेज उत्पीड़न को जिम्मेदार ठहराया है। उनके अनुसार, बबीता को शादी के बाद से ही ससुराल पक्ष द्वारा दहेज के लिए लगातार प्रताड़ित किया जा रहा था। परिजनों के बयान के आधार पर पुलिस ने दहेज हत्या का मामला दर्ज किया है और जांच शुरू कर दी है।
पुलिस ने बबीता के शव का पोस्टमार्टम करवाकर उसे परिजनों को सौंप दिया। रींगस थाना पुलिस ने बताया कि इस मामले में ससुराल पक्ष के कुछ सदस्यों से पूछताछ की जा रही है। बबीता की आत्महत्या के पीछे की परिस्थितियों को समझने के लिए उनके परिवार और ससुराल वालों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि बबीता की शादी को अभी ज्यादा समय नहीं हुआ था, और इस घटना ने पूरे कस्बे को झकझोर कर रख दिया है।
दहेज उत्पीड़न जैसे गंभीर आरोपों के चलते पुलिस पर इस मामले में सख्त और पारदर्शी कार्रवाई का दबाव है। सामाजिक कार्यकर्ताओं ने इस घटना पर चिंता जताते हुए मांग की है कि दहेज उत्पीड़न के मामलों में त्वरित और कठोर कार्रवाई हो ताकि ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।
50 वर्षीय व्यक्ति की आत्महत्या
खाटूश्यामजी में उसी दिन एक तीसरी आत्महत्या की घटना ने स्थानीय प्रशासन को और सतर्क कर दिया। रींगस कस्बे में एक 50 वर्षीय व्यक्ति ने शनिवार शाम से पहले आत्महत्या कर ली। पुलिस ने अभी तक इस व्यक्ति की पहचान सार्वजनिक नहीं की है, और आत्महत्या के कारणों का भी खुलासा नहीं हुआ है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है, और पुलिस इस मामले में गहन जांच कर रही है।
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, यह व्यक्ति रींगस का ही निवासी था, और उसकी आत्महत्या ने आसपास के लोगों को हैरान कर दिया। पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि क्या व्यक्ति किसी आर्थिक, पारिवारिक या मानसिक तनाव से गुजर रहा था।
पुलिस और प्रशासन की कार्रवाई
रींगस थाना पुलिस ने तीनों मामलों में त्वरित कार्रवाई शुरू कर दी है। सुरेंद्र के मामले में होटल के कर्मचारियों और मालिक से पूछताछ के साथ-साथ सीसीटीवी फुटेज की जांच की जा रही है। बबीता सैनी के मामले में दहेज हत्या का केस दर्ज होने के बाद पुलिस ससुराल पक्ष के खिलाफ सबूत जुटाने में लगी है। तीसरे मामले में पुलिस व्यक्ति की पहचान और आत्महत्या के कारणों का पता लगाने के लिए स्थानीय लोगों और परिवार वालों से संपर्क कर रही है।
सीकर जिला पुलिस अधीक्षक ने कहा, “हम सभी मामलों की गंभीरता से जांच कर रहे हैं। तीनों शवों का पोस्टमार्टम करवाया जा रहा है, और जल्द ही इन घटनाओं के पीछे के कारणों का खुलासा होगा। हम यह सुनिश्चित करेंगे कि पीड़ित परिवारों को न्याय मिले।”
धार्मिक नगरी में मातम, सामाजिक सवाल
खाटूश्यामजी, जो अपनी धार्मिक और आध्यात्मिक शांति के लिए जाना जाता है, ऐसी घटनाओं से स्तब्ध है। एक ही दिन में तीन आत्महत्याओं ने न केवल स्थानीय समुदाय बल्कि देशभर के श्रद्धालुओं के बीच चिंता पैदा कर दी है। सुरेंद्र की आत्महत्या ने धार्मिक यात्रा पर आए श्रद्धालुओं की मानसिक स्थिति पर सवाल उठाए हैं, जबकि बबीता सैनी का मामला दहेज जैसी सामाजिक बुराई को फिर से उजागर करता है।
स्थानीय निवासियों और सामाजिक संगठनों ने मांग की है कि प्रशासन इन मामलों की निष्पक्ष जांच करे और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए। कुछ संगठनों ने मानसिक स्वास्थ्य और दहेज उत्पीड़न के खिलाफ जागरूकता अभियान चलाने की जरूरत पर जोर दिया है।
आगे की राह
- सुरेंद्र का मामला: पुलिस को यह पता लगाना होगा कि क्या सुरेंद्र ने कोई मानसिक तनाव या निजी कारणों से यह कदम उठाया। उनके परिवार और दोस्तों के बयान इस मामले में महत्वपूर्ण हो सकते हैं।
- बबीता सैनी का मामला: दहेज हत्या का केस दर्ज होने के बाद पुलिस को ससुराल पक्ष के खिलाफ ठोस सबूत जुटाने होंगे। इस मामले में सामाजिक दबाव और कानूनी कार्रवाई दोनों महत्वपूर्ण होंगे।
- 50 वर्षीय व्यक्ति: इस मामले में अभी जानकारी कम है, लेकिन पुलिस को व्यक्ति की पहचान और आत्महत्या के कारणों का जल्द खुलासा करना होगा।
निष्कर्ष
खाटूश्यामजी में एक ही दिन में हुई तीन आत्महत्याओं ने इस धार्मिक नगरी की शांति को भंग कर दिया है। ये घटनाएं न केवल स्थानीय प्रशासन के लिए चुनौती हैं, बल्कि समाज के सामने मानसिक स्वास्थ्य, दहेज उत्पीड़न और सामाजिक दबाव जैसे मुद्दों को उजागर करती हैं। पुलिस और प्रशासन को इन मामलों में पारदर्शी और त्वरित कार्रवाई करनी होगी ताकि पीड़ित परिवारों को न्याय मिले और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।