नई दिल्ली, 31 जुलाई 2025 : राजस्थान लोकसेवा आयोग (RPSC) के पुनर्गठन और सब इंस्पेक्टर भर्ती 2021 के विवाद ने एक बार फिर लोकसभा में जोर पकड़ा। राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (RLP) के सांसद हनुमान बेनीवाल ने इस मुद्दे को जोरदार ढंग से उठाया और सरकार पर सवाल दागे।
RPSC पुनर्गठन की मांग
बेनीवाल ने जोर देकर कहा कि RPSC का पुनर्गठन अब अनिवार्य हो गया है, क्योंकि आयोग में भर्ती प्रक्रिया की विश्वसनीयता पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि कई भर्तियों के पेपर लीक होने की जड़ें खुद आयोग में हैं। RPSC के कुछ सदस्यों की पेपर लीक में संलिप्तता सामने आई है, और आयोग के अध्यक्ष की भूमिका भी संदेह के घेरे में है। उन्होंने बताया कि पेपर लीक मामले में आयोग के सदस्यों की गिरफ्तारी भी हो चुकी है, लेकिन सरकार उन्हें बर्खास्त करने में विफल रही है। बेनीवाल का कहना है कि पारदर्शी और योग्य अधिकारियों की भर्ती सुनिश्चित करने के लिए आयोग का पूर्ण पुनर्गठन जरूरी है।
एसआई भर्ती 2021 पर गंभीर आरोप
RLP सांसद ने सब इंस्पेक्टर भर्ती 2021 को लेकर भी तीखी टिप्पणी की। उन्होंने दावा किया कि परीक्षा से पहले ही बड़े पैमाने पर पेपर लीक हो गया था, और सैकड़ों अभ्यर्थियों तक हल किए गए पेपर पहुंच गए। बेनीवाल ने कहा कि इस भर्ती के टॉपर सहित 56 चयनित एसआई की गिरफ्तारी हो चुकी है, जबकि 100 से अधिक एसआई विशेष संचालन समूह (SOG) की निगरानी में हैं। उन्होंने इसे पेपर लीक के व्यापक षड्यंत्र का सबूत करार दिया। उनका आरोप है कि योग्य उम्मीदवारों को मौका नहीं मिला, जबकि माफिया से साठगांठ करने वाले अयोग्य अभ्यर्थियों का चयन हो गया। ऐसे में उन्होंने मांग की कि इस भर्ती को तत्काल रद्द किया जाए।
युवाओं के भविष्य की चिंता
बेनीवाल ने जोर देकर कहा कि यह मुद्दा केवल एक भर्ती तक सीमित नहीं, बल्कि राजस्थान के युवाओं के भविष्य से जुड़ा है। उन्होंने सरकार से आग्रह किया कि वह इस घोटाले की गंभीरता को समझे और पारदर्शी जांच के बाद कठोर कदम उठाए।