जयपुर : राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (RLP) के प्रमुख हनुमान बेनीवाल ने दिल्ली में बैठकों का दौर पूरा करने के बाद राजस्थान की राजनीति में फिर से हलचल मचा दी है। बुधवार देर शाम जयपुर में उन्होंने पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। बेनीवाल ने दावा किया कि अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली सरकार की मिलीभगत से राजस्थान में कई पेपर लीक हुए, जिसने लाखों युवाओं के भविष्य को दांव पर लगा दिया।
शहीद स्मारक धरने पर बेनीवाल का बयान
बेनीवाल ने जयपुर के शहीद स्मारक पर चल रहे धरने का जिक्र करते हुए कहा कि तीन महीने से अधिक समय से युवा सब-इंस्पेक्टर भर्ती रद्द करने और राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) के पुनर्गठन की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने वर्तमान सरकार पर इस मुद्दे को नजरअंदाज करने का आरोप लगाया। बेनीवाल ने कहा, “यह शर्मनाक है कि जिस कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में युवाओं का भविष्य खतरे में पड़ा, वही अब उनके शांतिपूर्ण आंदोलन में व्यवधान डाल रही है।”
कांग्रेस नेताओं पर सीधा हमला
RLP सुप्रीमो ने पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट और पीसीसी अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा पर निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ कांग्रेसी नेताओं के इशारे पर पार्टी के कार्यकर्ताओं ने शहीद स्मारक पर धरने को कमजोर करने की कोशिश की। बेनीवाल ने इसे ‘नैतिक पतन’ करार देते हुए कहा कि कांग्रेस ने विपक्षी दल के रूप में अपनी जिम्मेदारी खो दी है।
युवाओं के आंदोलन को कमजोर करने का आरोप
बेनीवाल ने कांग्रेस पर युवाओं के आंदोलन को कमजोर करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “पहले पेपर लीक के जरिए युवाओं के सपनों को कुचला गया, और अब जब युवा अपनी हक की लड़ाई लड़ रहे हैं, तो कांग्रेस उन्हें भटकाने की साजिश रच रही है।” उन्होंने जोर देकर कहा कि RLP युवाओं के साथ मजबूती से खड़ी है और उनकी मांगों को बुलंद करती रहेगी।
RPSC पुनर्गठन की मांग तेज
हनुमान बेनीवाल ने RPSC के पुनर्गठन की मांग को फिर से दोहराया। उन्होंने कहा कि आयोग ने अपनी विश्वसनीयता खो दी है और इसे पूरी तरह भंग कर नया सिरा से गठन करना जरूरी है। बेनीवाल ने मांग की कि राजस्थान के युवाओं को एक निष्पक्ष और पारदर्शी परीक्षा प्रणाली मिले, ताकि भविष्य में इस तरह के घोटाले न हों।
RLP का वादा: युवाओं के लिए आवाज
बेनीवाल ने कहा कि जब तक सरकार RPSC के पुनर्गठन और पेपर लीक के दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं करती, तब तक RLP युवाओं के हक की लड़ाई लड़ती रहेगी। उन्होंने युवाओं से एकजुट रहने और अपने अधिकारों के लिए संघर्ष करने का आह्वान किया।