हरिद्वार के मनसा देवी मंदिर में भगदड़: 6 की मौत, 29 घायल, करंट की अफवाह से मची अफरा-तफरी

उत्तराखंड के हरिद्वार में मनसा देवी मंदिर के रास्ते पर सुबह करीब 9 बजे भीड़भाड़ के बीच भगदड़ मचने से 6 लोगों की मौत हो गई और 29 अन्य घायल हो गए। हादसा मंदिर की ओर जाने वाली सीढ़ियों से 25 कदम पहले हुआ, जहां सावन के पवित्र महीने में भारी संख्या में श्रद्धालु दर्शन के लिए जमा थे। एक चश्मदीद ने बताया कि भीड़ में किसी ने बिजली के तार में करंट होने की अफवाह फैलाई, जिससे अफरा-तफरी मच गई। हालांकि, हरिद्वार पुलिस और स्थानीय प्रशासन ने इसे महज अफवाह बताया, क्योंकि जांच में कोई नंगे तार या बिजली का रिसाव नहीं पाया गया। हरिद्वार के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी प्रमेंद्र सिंह डोवाल ने कहा, “रास्ता संकरा होने और दीवार के कारण भीड़ में धक्का-मुक्की बढ़ी, जिससे स्थिति बेकाबू हो गई।”

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दुख जताते हुए कहा, “SDRF, स्थानीय पुलिस और बचाव दल राहत कार्य में जुटे हैं। मैं स्थानीय प्रशासन के साथ निरंतर संपर्क में हूं और माता रानी से सभी श्रद्धालुओं की कुशलता की प्रार्थना करता हूं।” उन्होंने मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए और मृतकों के परिजनों को 2 लाख रुपये और घायलों को 50,000 रुपये मुआवजे की घोषणा की। गढ़वाल डिवीजन कमिश्नर विनय शंकर पांडे ने 6 मौतों की पुष्टि की और कहा कि स्थिति अब नियंत्रण में है। घायलों को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। स्थानीय पुजारी उज्ज्वल पंडित ने बताया कि संकरी गलियों और दीवारों ने भीड़ को और संकट में डाला।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शोक व्यक्त करते हुए कहा, “हरिद्वार के मनसा देवी मंदिर के पास भगदड़ अत्यंत दुखद है। मैं शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।” उत्तराखंड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं। यह घटना 2025 में भारत में धार्मिक स्थलों पर हुई कई भगदड़ों में से एक है, जिसमें तिरुपति और पुरी के रथ यात्रा में भी कई लोगों की जान गई थी।