बीकानेर में हॉलीवुड स्टाइल में सनसनीखेज डकैती: बंदूक की नोक पर लुटेरों ने खाली किया गोदाम

बीकानेर। राजस्थान के बीकानेर शहर में एक ऐसी दिल दहला देने वाली लूट की वारदात ने पूरे इलाके को हिलाकर रख दिया है, जो किसी हॉलीवुड फिल्म के दृश्य से कम नहीं। नाल थाना क्षेत्र के मुरलीधर व्यास कॉलोनी में रहने वाले राहुल गहलोत के गोदाम पर 28 सितंबर की रात करीब 9 बजे हथियारबंद बदमाशों का एक बड़ा गिरोह धावा बोलकर सारा सामान लूट ले गया। इस साहसी डकैती ने न केवल स्थानीय लोगों में दहशत फैलाई, बल्कि शहर की सुरक्षा व्यवस्था पर भी गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

रात के सन्नाटे में मची लूट की खलबली

राहुल गहलोत ने पुलिस को दी अपनी शिकायत में बताया कि रात के करीब 9 बजे सुमित राठी, मनीष आचार्य, सीताराम आचार्य और उनके साथ 25-30 अन्य बदमाश दो पिकअप गाड़ियों के साथ उनके गोदाम पर पहुंचे। आरोप है कि इन लुटेरों ने पहले तो राहुल की कनपटी पर बंदूक तानकर गोदाम की चाबी छीन ली। जब राहुल ने शोर मचाने की कोशिश की, तो सीताराम ने उनका मुंह दबाकर जान से मारने की धमकी दी। इसके बाद, इस संगठित गिरोह ने गोदाम में रखा सारा सामान—जिसमें कीमती सामान और व्यापारिक स्टॉक शामिल था—पिकअप गाड़ियों में लाद लिया और रात के अंधेरे में फरार हो गए।

यह वारदात इतनी सुनियोजित थी कि आसपास के लोगों को भनक तक नहीं लगी। गोदाम के आसपास रहने वाले कुछ लोगों ने बताया कि उन्होंने रात में कुछ गाड़ियों की आवाज सुनी, लेकिन उन्हें लगा कि यह सामान्य माल ढुलाई हो सकती है। जब तक किसी को कुछ समझ आता, लुटेरे अपना काम पूरा कर चुके थे।

पुलिस की कार्रवाई और जांच शुरू

घटना की सूचना मिलते ही नाल थाना पुलिस हरकत में आई और राहुल की शिकायत पर तुरंत मामला दर्ज किया गया। जांच का जिम्मा हेड कांस्टेबल गौरीशंकर को सौंपा गया है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, आसपास के इलाकों में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है और संदिग्धों की तलाश में छापेमारी शुरू कर दी गई है। पुलिस को शक है कि इस वारदात में शामिल बदमाश स्थानीय स्तर पर सक्रिय किसी बड़े गिरोह का हिस्सा हो सकते हैं।

स्थानीय लोगों में दहशत, सुरक्षा पर सवाल

इस सनसनीखेज लूट ने मुरलीधर व्यास कॉलोनी और आसपास के इलाकों में दहशत का माहौल पैदा कर दिया है। स्थानीय व्यापारियों और निवासियों का कहना है कि रात के समय पुलिस गश्त की कमी के कारण अपराधियों के हौसले बुलंद हैं। एक स्थानीय दुकानदार ने नाम न छापने की शर्त पर बताया, “ऐसी वारदातें पहले कभी नहीं सुनी थीं। अब तो रात में गोदाम और दुकानें छोड़ना भी डरावना लगता है।” लोगों ने जिला प्रशासन और पुलिस से रात में गश्त बढ़ाने और सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने की मांग की है।

क्या यह है संगठित अपराध का हिस्सा?

यह घटना बीकानेर में हाल के महीनों में अपराध की बढ़ती घटनाओं की कड़ी में एक और सनसनीखेज मामला है। जानकारों का मानना है कि इस तरह की संगठित और हथियारबंद लूट सामान्य चोरों का काम नहीं हो सकता। कुछ लोग इसे अंतर-जिला स्तर पर सक्रिय अपराधी गिरोहों की करतूत मान रहे हैं। पुलिस अब इस बात की भी जांच कर रही है कि क्या इस गिरोह का कोई पुराना आपराधिक रिकॉर्ड है या यह वारदात किसी बड़े नेटवर्क का हिस्सा है।

आगे क्या?

पुलिस ने आश्वासन दिया है कि जल्द ही इस मामले में शामिल सभी आरोपियों को पकड़ लिया जाएगा। राहुल गहलोत और उनके परिवार ने भी पुलिस पर भरोसा जताया है, लेकिन साथ ही यह भी मांग की है कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं। इस बीच, बीकानेर के व्यापारी समुदाय ने इस घटना के विरोध में एक बैठक बुलाने की योजना बनाई है, जिसमें वे प्रशासन से सुरक्षा बढ़ाने की मांग करेंगे।

यह सनसनीखेज लूट बीकानेर के लिए एक चेतावनी है कि अपराधियों के हौसले बुलंद हैं। अब देखना यह है कि पुलिस कितनी जल्दी इस गिरोह को पकड़ पाती है और शहरवासियों का खोया विश्वास वापस लौटता है या नहीं। इस घटना ने निश्चित रूप से बीकानेर की शांत रातों में खलबली मचा दी है।