सांचौर: फर्जी डिग्री और डमी कैंडिडेट केस में SOG की कार्रवाई, LDC और उसकी बहन के खिलाफ FIR

राजस्थान पुलिस की स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (SOG) ने सांचौर के राजेश्वरपुरा में फर्जी डिग्री और डमी कैंडिडेट मामले में बड़ा खुलासा किया है। SOG ने पीटीआई भर्ती 2022 में फर्जीवाड़े के आरोप में एक LDC और उसकी बहन के खिलाफ FIR दर्ज की है। जांच में पता चला कि बहन ने अपने भाई की मदद से JS यूनिवर्सिटी, शिकोहाबाद (उत्तर प्रदेश) से फर्जी बीपीएड डिग्री हासिल की और डमी कैंडिडेट के जरिए परीक्षा पास कर पीटीआई पद हासिल किया।

फर्जी डिग्री और डमी कैंडिडेट का खेल

SOG की जांच में सामने आया कि आरोपी महिला रीट परीक्षा में असफल रही थी। इसके बाद उनके भाई, जो जोधपुर अभियोजन कार्यालय में LDC के पद पर कार्यरत हैं, ने JS यूनिवर्सिटी से फर्जी बीपीएड डिग्री बनवाई। 2022 की पीटीआई भर्ती परीक्षा में डमी कैंडिडेट के जरिए हिस्सा लिया गया और चयन प्रक्रिया पूरी की गई। महिला ने 15 मार्च 2024 को पीटीआई पद जॉइन किया था। जांच में यह भी खुलासा हुआ कि उनके हस्ताक्षर और परीक्षा में बैठे अभ्यर्थी के हस्ताक्षर का मिलान नहीं हुआ, जिससे डमी कैंडिडेट का उपयोग पुष्ट हुआ।

दस्तावेज सत्यापन में खुला फर्जीवाड़ा

दस्तावेज सत्यापन के दौरान आरोपी महिला ने तीन बार में कागजात जमा किए। पहली बार कोई डिग्री जमा नहीं की। दूसरी बार बीए की डिग्री प्रस्तुत की, जो अप्रासंगिक थी। तीसरी बार JS यूनिवर्सिटी से फर्जी बीपीएड डिग्री जमा की। SOG की जांच में पाया गया कि यह डिग्री 5 और 6 दिसंबर 2022 को मात्र दो दिनों में चारों सेमेस्टर की मार्कशीट के साथ तैयार की गई थी, जो फर्जी साबित हुई।

पेपर लीक गैंग से कनेक्शन

SOG को जांच में पता चला कि LDC का कनेक्शन पेपर लीक माफिया सुरेश ढाका और भूपेंद्र सारण की गैंग से भी है। उन पर 2021 की सब-इंस्पेक्टर (SI) भर्ती परीक्षा के पेपर लीक में शामिल होने का भी आरोप है। वह वर्तमान में जोधपुर अभियोजन कार्यालय में LDC के पद पर तैनात हैं, और SOG उनकी भूमिका की गहन जांच कर रही है।