राजस्थान

राजस्थान: वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा योजना 2025 का विस्तार, 56,000 बुजुर्गों को मुफ्त यात्रा, वाघा बॉर्डर शामिल

जयपुर | राजस्थान सरकार ने वरिष्ठ नागरिकों के लिए अपनी प्रतिबद्धता को और मजबूत करते हुए वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा योजना 2025-26 को और व्यापक बनाया है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में इस योजना के तहत 56,000 बुजुर्गों को मुफ्त तीर्थ यात्रा का अवसर प्रदान किया जाएगा, जिसमें 50,000 लोग राजस्थानी संस्कृति से सजी आरामदायक एसी ट्रेनों से और 6,000 लोग हवाई मार्ग से यात्रा करेंगे। यह संख्या पिछले वर्षों की 35,000 की तुलना में काफी अधिक है। शुक्रवार, 18 जुलाई 2025 से ऑनलाइन आवेदन शुरू हो गए हैं, और आवेदन की अंतिम तारीख 10 अगस्त 2025 है। इस बार योजना में धार्मिक स्थलों के साथ-साथ वाघा बॉर्डर जैसे राष्ट्रीय महत्व के स्थान को शामिल किया गया है, जो बुजुर्गों को आध्यात्मिक और देशभक्ति का अनूठा अनुभव देगा।

योजना का विस्तार और नई विशेषताएं

देवस्थान मंत्री जोराराम कुमावत ने बताया कि इस वर्ष योजना को और समावेशी बनाया गया है, ताकि अधिक से अधिक वरिष्ठ नागरिक इसका लाभ उठा सकें। पहले यह योजना 35,000 बुजुर्गों तक सीमित थी, लेकिन अब 56,000 बुजुर्गों को शामिल किया गया है। इनमें से 15,000 बुजुर्गों को अयोध्या में श्री राम लला के दर्शन का विशेष अवसर मिलेगा। योजना में पहली बार वाघा बॉर्डर को शामिल किया गया है, जो अमृतसर यात्रा के साथ जोड़ा गया है। यह कदम बुजुर्गों में राष्ट्रीय गौरव और ऐतिहासिक समझ को बढ़ाने के लिए उठाया गया है, जो इस योजना को केवल धार्मिक यात्रा से कहीं आगे ले जाता है।

यात्रा के लिए 11 विशेष एसी ट्रेन कोच तैयार किए गए हैं, जो राजस्थानी संस्कृति की झलक दिखाएंगे। ये कोच न केवल आरामदायक होंगे, बल्कि इनमें राजस्थान के किलों, मंदिरों, लोक नृत्यों (जैसे घूमर), और त्योहारों (जैसे तीज) की थीम आधारित सजावट होगी। सभी ट्रेनें ढेहर के बालाजी स्टेशन से रवाना होंगी, जिससे यात्रा का प्रारंभिक बिंदु भी सांस्कृतिक महत्व रखता है।

योजना के तहत शामिल प्रमुख तीर्थ स्थल और राष्ट्रीय स्थान निम्नलिखित हैं:

  • रेल यात्रा: अयोध्या (राम लला मंदिर), रामेश्वरम-मदुरई, जगन्नाथपुरी, तिरुपति, द्वारकापुरी-सोमनाथ, वैष्णो देवी-अमृतसर (वाघा बॉर्डर सहित), प्रयागराज-वाराणसी, मथुरा-वृंदावन-बरसाना, उज्जैन-ओंकारेश्वर-त्र्यंबकेश्वर (नासिक), गंगासागर (कोलकाता), कामाख्या (गुवाहाटी), हरिद्वार-ऋषिकेश, और वेलंकन्नी चर्च।
  • हवाई यात्रा: काठमांडू (नेपाल) में पशुपतिनाथ मंदिर।
  • राष्ट्रीय स्थल: वाघा बॉर्डर, जहां बुजुर्ग सैन्य परेड और भारत-पाकिस्तान सीमा का गौरव अनुभव कर सकेंगे।

पात्रता और आवेदन प्रक्रिया

वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा योजना के लिए पात्रता मानदंड निम्नलिखित हैं:

  • आवेदक राजस्थान का मूल निवासी होना चाहिए।
  • आवेदक की आयु 1 अप्रैल 2025 तक 60 वर्ष या अधिक होनी चाहिए।
  • आवेदक आयकरदाता नहीं होना चाहिए।
  • आवेदक को कोविड-19 वैक्सीन की दोनों खुराकें लगी होनी चाहिए।
  • प्रत्येक लाभार्थी अपने जीवनसाथी या एक सहायक (18-59 वर्ष की आयु) को साथ ले जा सकता है, जो उनकी देखभाल में मदद करेगा।

आवेदन प्रक्रिया पूरी तरह ऑनलाइन है और निम्नलिखित चरणों के माध्यम से पूरी की जा सकती है:

  1. पंजीकरण: देवस्थान विभाग की वेबसाइट https://edevasthan.rajasthan.gov.in पर जाएं और SSO (Single Sign-On) पोर्टल के माध्यम से पंजीकरण करें।
  2. आवेदन पत्र भरें: तीन पसंदीदा तीर्थ स्थलों का चयन करें (हालांकि केवल एक स्थान की यात्रा का अवसर मिलेगा)। आधार कार्ड, जन आधार कार्ड, आयु प्रमाण, और चिकित्सा प्रमाणपत्र (वैक्सीनेशन सहित) अपलोड करें।
  3. शुल्क: आवेदन निःशुल्क है, और यात्रा, आवास, भोजन, और चिकित्सा सुविधाओं का पूरा खर्च राजस्थान सरकार वहन करेगी।
  4. लॉटरी चयन: आवेदनों की अधिक संख्या होने पर जिला स्तर पर कमेटी द्वारा लॉटरी के माध्यम से लाभार्थियों का चयन किया जाएगा। चयनित आवेदकों को SMS और ईमेल के माध्यम से सूचित किया जाएगा।
  5. सहायता: आवेदन में किसी भी कठिनाई के लिए, सहायक आयुक्त, जयपुर प्रथम के नंबर 0141-2614404, हेल्पलाइन 0294-2524813, या ईमेल hq.dev@rajasthan.gov.in पर संपर्क किया जा सकता है।

योजना की सुविधाएं और सांस्कृतिक महत्व

राजस्थान सरकार इस योजना के तहत बुजुर्गों को निम्नलिखित सुविधाएं प्रदान करेगी:

  • निःशुल्क यात्रा: रेल यात्रा के लिए प्रति व्यक्ति औसतन 3,000 रुपये और हवाई यात्रा के लिए 7,000 रुपये का खर्च सरकार वहन करेगी।
  • आवास और भोजन: तीर्थ स्थलों पर मुफ्त आवास और शुद्ध शाकाहारी भोजन की व्यवस्था।
  • चिकित्सा सहायता: प्रत्येक यात्रा समूह के साथ एक डॉक्टर, दो नर्सिंग कर्मचारी, और सुरक्षा कर्मी तैनात होंगे। बुखार, सर्दी, या अन्य छोटी स्वास्थ्य समस्याओं के लिए तत्काल चिकित्सा सहायता उपलब्ध होगी।
  • सहायता कर्मचारी: प्रत्येक रेल डिब्बे में दो सरकारी कर्मचारी बुजुर्गों की देखभाल के लिए मौजूद होंगे।
  • सांस्कृतिक अनुभव: ट्रेनों में राजस्थानी संस्कृति की थीम आधारित सजावट, जैसे किले, मंदिर, घूमर नृत्य, और तीज त्योहार, यात्रा को यादगार बनाएगी।

योजना का सांस्कृतिक महत्व भी महत्वपूर्ण है। राजस्थानी संस्कृति से सजी ट्रेनें न केवल बुजुर्गों को उनके गंतव्य तक ले जाएंगी, बल्कि उन्हें राज्य की समृद्ध विरासत से भी जोड़ेंगी। वाघा बॉर्डर का समावेश इस योजना को एक नया आयाम देता है, जो धार्मिक यात्रा को राष्ट्रीय गौरव के अनुभव के साथ जोड़ता है।

सामाजिक और सांस्कृतिक प्रभाव

वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा योजना राजस्थान के बुजुर्गों के लिए न केवल आध्यात्मिक संतुष्टि का साधन है, बल्कि यह सामाजिक समावेश और सम्मान को भी बढ़ावा देती है। 60 वर्ष से अधिक आयु के बुजुर्ग, जो अक्सर आर्थिक या शारीरिक सीमाओं के कारण तीर्थ यात्रा नहीं कर पाते, इस योजना के माध्यम से अपनी आध्यात्मिक इच्छाएं पूरी कर सकेंगे। वाघा बॉर्डर जैसे स्थानों का समावेश बुजुर्गों को देश के इतिहास और राष्ट्रीय गौरव से जोड़ेगा, जिससे उनकी देशभक्ति की भावना और मजबूत होगी।

स्थानीय समुदाय और सामाजिक संगठनों ने इस योजना की सराहना की है। जयपुर के एक वरिष्ठ नागरिक संगठन के सदस्य ने बताया कि यह योजना बुजुर्गों को न केवल धार्मिक स्थलों तक ले जाती है, बल्कि उन्हें सामाजिक रूप से सक्रिय और सम्मानित महसूस कराती है। हालांकि, कुछ बुजुर्गों ने ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया में तकनीकी सहायता की मांग की है, क्योंकि ग्रामीण क्षेत्रों में इंटरनेट और डिजिटल साक्षरता की कमी एक चुनौती है।

सरकार की प्रतिबद्धता

मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने इस योजना को राजस्थान सरकार की प्राथमिकता बताया है। उन्होंने कहा, “हमारे बुजुर्ग हमारी सांस्कृतिक और सामाजिक नींव हैं। यह योजना उनके सम्मान और उनकी आध्यात्मिक इच्छाओं को पूरा करने का एक प्रयास है।” देवस्थान मंत्री जोराराम कुमावत ने आश्वासन दिया कि आवेदन प्रक्रिया को सरल और पारदर्शी रखा जाएगा, और सभी चयनित बुजुर्गों को सुरक्षित और आरामदायक यात्रा प्रदान की जाएगी।

पिछले वर्षों में इस योजना ने लाखों बुजुर्गों को तीर्थ यात्रा का अवसर प्रदान किया है। 2023-24 में 35,000 और 2024-25 में 45,000 बुजुर्गों ने इस योजना का लाभ उठाया था। इस वर्ष 56,000 की संख्या इसे अब तक का सबसे बड़ा अभियान बनाती है।

Thar Today

Recent Posts

राजस्थान: सीएम भजनलाल ने बाढ़ राहत की समीक्षा की, त्वरित कार्रवाई के निर्देश

जयपुर | मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने प्रदेश में भारी बारिश, बाढ़, और जलभराव से उत्पन्न…

9 hours ago

बीकानेर: खान कॉलोनी में 22 वर्षीय महिला की हार्ट अटैक से मौत

बीकानेर | जेएनवीसी थाना क्षेत्र की खान कॉलोनी में 18 जुलाई को 22 वर्षीय राधा…

9 hours ago

बीकानेर: कांग्रेस का 22 जुलाई को जिला कलेक्ट्रेट तक विरोध मार्च

बीकानेर | राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के निर्देश पर बीकानेर शहर देहात जिला कांग्रेस कमेटी…

9 hours ago

हनुमानगढ़: रामपुरा मटोरिया में किसान की ट्रैक्टर से कुचलकर हत्या, एक आरोपी हिरासत में

हनुमानगढ़ | हनुमानगढ़ के रावतसर थाना क्षेत्र के रामपुरा मटोरिया गाँव में शनिवार शाम 6:30…

10 hours ago

अलवर: कटी घाटी में ट्रक ने तीन महिलाओं को कुचला, एक की मौत, दो घायल

अलवर | राजस्थान के अलवर जिले में रविवार सुबह अरावली विहार थाना क्षेत्र के कटी…

10 hours ago

राजस्थान: बारिश का दौर धीमा, बूंदी में बाढ़, अजमेर में तीन युवतियों की मौत

जयपुर | राजस्थान में रविवार से बारिश की तीव्रता में कमी आएगी। मौसम केंद्र के…

10 hours ago