उपराष्ट्रपति चुनाव की तैयारियां तेज: चुनाव आयोग ने निर्वाचक मंडल सूची को अंतिम रूप दिया, जल्द होगी घोषणा

नई दिल्ली : चुनाव आयोग ने उपराष्ट्रपति चुनाव 2025 की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए गुरुवार को निर्वाचक मंडल की सूची को अंतिम रूप दे दिया है। आयोग ने संकेत दिया है कि जल्द ही चुनाव कार्यक्रम की औपचारिक घोषणा की जाएगी, जिसके बाद यह सूची निर्वाचन आयोग के काउंटर पर उपलब्ध होगी। इस कदम से राजनीतिक गलियारों में चर्चाएं तेज हो गई हैं कि नया उपराष्ट्रपति कौन होगा।

निर्वाचक मंडल और चुनाव प्रक्रिया

चुनाव आयोग के अनुसार, उपराष्ट्रपति का चयन एक विशेष निर्वाचक मंडल द्वारा किया जाता है, जिसमें लोकसभा और राज्यसभा के सदस्य शामिल हैं। दोनों सदनों के निर्वाचित और मनोनीत सदस्य इस प्रक्रिया में हिस्सा लेते हैं, और प्रत्येक सदस्य का वोट बराबर वजन रखता है। तैयार की गई सूची को राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के आधार पर वर्णानुक्रम में व्यवस्थित किया गया है, जो प्रक्रिया की पारदर्शिता को दर्शाता है। आयोग की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, यह सूची चुनाव कार्यक्रम की अधिसूचना जारी होने के बाद ही जनता के लिए सुलभ होगी।

सदस्य संख्या और बहुमत का गणित

वर्तमान में निर्वाचक मंडल में कुल 782 सदस्य शामिल हैं, जिसमें लोकसभा के 542 और राज्यसभा के 240 सदस्य हैं। चुनाव जीतने के लिए किसी उम्मीदवार को कम से कम 394 सदस्यों के समर्थन की जरूरत होगी। मौजूदा गणित के अनुसार, राजग (एनडीए) के पास दोनों सदनों में 422 सदस्यों का समर्थन है, जिसमें लोकसभा में 293 और राज्यसभा में 129 सदस्य शामिल हैं। हालांकि, लोकसभा की कुल क्षमता 543 और राज्यसभा की 245 है, लेकिन बशीरहाट (पश्चिम बंगाल) की एक लोकसभा सीट खाली होने के कारण वर्तमान संख्या 542 रह गई है, जबकि राज्यसभा में पांच सीटें रिक्त हैं, जिससे वहां 240 सदस्य सक्रिय हैं।

राजनीतिक मायने और भविष्य

आयोग की तैयारियों को देखते हुए माना जा रहा है कि चुनाव कार्यक्रम का ऐलान किसी भी समय हो सकता है। राजग के पास स्पष्ट बहुमत होने से उनके उम्मीदवार के जीतने की संभावना मजबूत दिख रही है, लेकिन विपक्षी दलों की रणनीति भी इस दौड़ में अहम होगी। अगले उपराष्ट्रपति के चयन को लेकर नामों की चर्चा शुरू हो गई है, और यह चुनाव राजनीतिक गठबंधनों की ताकत को भी परखेगा।