बीकानेर विधानसभा सत्र से पहले राजस्थान की सियासी हलचल तेज हो गई है। एक समय सदन के सितारे और ट्रबलशूटर के रूप में पहचाने जाने वाले भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने सोमवार को प्रदेश कार्यालय में प्रेस वार्ता को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा, जिसमें पूर्व सीएम अशोक गहलोत, पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा और नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली भी शामिल रहे। प्रेस वार्ता में विधायक कैसला वर्मा भी मौजूद रहीं।
स्मार्ट मीटर पर कांग्रेस का ‘दोहरा चेहरा’
राजेंद्र राठौड़ ने स्मार्ट मीटर को लेकर कांग्रेस पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि गहलोत सरकार के समय राजस्थान डिस्कॉम ने प्रदेश में 5 लाख 50 हजार से अधिक स्मार्ट मीटर स्थापित किए थे, लेकिन अब कांग्रेस इसका विरोध कर जनता को गुमराह कर रही है। राठौड़ ने इसे कांग्रेस का “दोमुहापन” और “ओछी राजनीति” करार दिया। उन्होंने सवाल उठाया, “जो कांग्रेस नेता आज स्मार्ट मीटर का विरोध कर रहे हैं, उन्होंने अपनी ही सरकार के फैसले का विरोध क्यों नहीं किया? प्रतापसिंह खाचरियावास उस समय गहलोत कैबिनेट में मंत्री थे, फिर उन्होंने चुप क्यों रहे?” राठौड़ ने कहा कि 2023 में गहलोत सरकार में स्मार्ट मीटर के लिए निविदा जारी हुई थी और वितरण के बुनियादी ढांचे के लिए एमओयू भी हुए, लेकिन अब गहलोत की कथनी और करनी में अंतर साफ दिख रहा है।
पेपर लीक और रोजगार पर साधा निशाना
राठौड़ ने गहलोत सरकार पर पेपर लीक और भ्रष्टाचार के आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि गहलोत के करीबी लोगों को “मूक-बधिर” की नौकरी दी गई और उनके पीएसओ तक पेपर लीक में शामिल रहे। राजीव गांधी स्टडी सर्किल के लोगों ने पेपर माफियाओं को संरक्षण दिया, जिससे विश्वविद्यालयों में फर्जी डिग्री का धंधा फला-फूला। इसके विपरीत, उन्होंने दावा किया कि भजनलाल सरकार की एसओजी अब तक एक भी पेपर लीक को रोकने में सफल रही है और माफियाओं पर सख्ती बरत रही है। रोजगार के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार पारदर्शिता और विकास पर काम कर रही है।
कांग्रेस में फूट का आरोप
राठौड़ ने कांग्रेस पर “टुकड़ों में बंटने” का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “गहलोत जी ने सचिन पायलट के लिए क्या-क्या नहीं कहा। डोटासरा ने पिछले विधानसभा सत्र में स्वघोषित बहिष्कार कर पार्टी की गरिमा को ठेस पहुंचाई।” उन्होंने कांग्रेस के भीतर एकता की कमी को उजागर करते हुए इसे उनकी कमजोरी बताया।
भजनलाल सरकार की तारीफ
प्रेस वार्ता में राठौड़ ने भजनलाल सरकार की उपलब्धियों को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि सरकार ने स्मार्ट मीटर स्थापना और रोजगार सृजन में पारदर्शिता सुनिश्चित की है। साथ ही, युवाओं और छात्रों के मुद्दों, जैसे छात्र संघ चुनाव, पर भी सकारात्मक कदम उठाए जा रहे हैं।
