भिलवाड़ा | राजस्थान के भिलवाड़ा जिले में आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) ने 23 वर्षीय मोहम्मद सोहेल भिश्ती को गिरफ्तार किया है। सोहेल ने चौंकाने वाला खुलासा किया कि उसे पाकिस्तानी हैंडलर्स ने ऑनलाइन गेमिंग और सोशल मीडिया के जरिए अपने जाल में फंसाया और बम बनाने की ट्रेनिंग दी गई। एटीएस की जांच में सामने आया कि सोहेल जिहाद के नाम पर युवाओं को भड़काने और वीडियो प्रचार के लिए इस्तेमाल हो रहा था।
मामले की शुरुआत
सोहेल ने बताया कि वह मोबाइल गेम ‘फ्री फायर’ खेलते समय पाकिस्तानी हैंडलर्स के संपर्क में आया। वे उसे चैटिंग के जरिए लुभाते थे और धीरे-धीरे जिहादी गतिविधियों में शामिल करने लगे। उसने दावा किया कि उसे इंटरनेट पर दोस्तों को प्रभावित करने और वीडियो शेयर करने को कहा गया। सोहेल ने वॉट्सऐप और इंस्टाग्राम ग्रुप्स में हिस्सा लिया, जिसमें नेपाल, बांग्लादेश और भारत के लोग शामिल थे।
ऑनलाइन ट्रेनिंग और प्रचार
पाकिस्तानी हैंडलर्स ने सोहेल को बम बनाने और जिहादी प्रचार के लिए वीडियो भेजे। उसने इन ग्रुप्स में एक्टिव रहकर अन्य युवाओं को गुमराह किया। सोहेल ने बताया कि उसे बाबरी मस्जिद विध्वंस और जम्मू-कश्मीर जैसे संवेदनशील मुद्दों पर भड़काऊ वीडियो बनाने के लिए कहा गया। उसने यूट्यूब चैनल बनाकर तालिबानी वीडियो अपलोड किए, जिसके लिए उसे प्रोत्साहन मिला।
साजिश का विस्तार
सोहेल ने खुलासा किया कि उसे नुरपुर शम्स और रियाज भिलवाड़ा जैसे साथियों के साथ जिहादी गतिविधियों को अंजाम देने का काम सौंपा गया। उसे 47 फोटो और वीडियो भेजे गए, जिसमें जिहाद और बम बनाने की ट्रेनिंग थी। उसने दिल्ली, जयपुर और अजमेर में मीटिंग्स में हिस्सा लिया और दो साल तक हैंडलर्स के संपर्क में रहा।
चेतावनी
यह मामला ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स के आतंकी इस्तेमाल की ओर इशारा करता है। पुलिस ने अभिभावकों और युवाओं से अपील की है कि वे ऑनलाइन गतिविधियों पर नजर रखें और संदिग्ध संपर्कों की सूचना दें।