लूणकरणसर, बीकानेर | बीकानेर जिले के लूणकरणसर तहसील के मकड़ासर गांव की रोही में शुक्रवार शाम एक दर्दनाक हादसा हुआ, जब बारिश के दौरान आसमानी बिजली गिरने से 22 भेड़ों की मौत हो गई। यह घटना चुनाराम के खेत में हुई, जहां स्थानीय पशुपालक रेवंतराम और गुलाब सिंह की भेड़ें चर रही थीं। बिजली के जोरदार प्रहार से भेड़ें मौके पर ही मर गईं, जिससे पशुपालकों को भारी आर्थिक नुकसान हुआ।
हादसे का विवरण
शुक्रवार शाम को मकड़ासर और आसपास के क्षेत्र में तेज बारिश और आंधी का दौर चला। इसी दौरान चुनाराम के खेत में बिजली गिरने से रेवंतराम और गुलाब सिंह की 22 भेड़ें हादसे का शिकार हो गईं। स्थानीय लोगों ने तुरंत इसकी सूचना प्रशासन और पुलिस को दी। लूणकरणसर पुलिस की टीम, जिसमें सब-इंस्पेक्टर (SI) अनूप सिंह शामिल थे, तत्काल मौके पर पहुंची। प्रशासनिक अधिकारियों ने भी घटनास्थल का दौरा किया और स्थिति का जायजा लिया।
पशु चिकित्सकों की एक टीम ने मृत भेड़ों का पोस्टमार्टम किया, जिसमें बिजली गिरने से मौत की पुष्टि हुई। उसी दिन मकड़ासर और आसपास के क्षेत्र में दो अन्य स्थानों पर भी बिजली गिरने की घटनाएं सामने आईं, लेकिन उनमें जानमाल के नुकसान की कोई सूचना नहीं है।
पशुपालकों पर आर्थिक बोझ
भेड़ें पशुपालकों की आजीविका का प्रमुख स्रोत होती हैं। इस हादसे ने रेवंतराम और गुलाब सिंह को गंभीर आर्थिक नुकसान पहुंचाया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि बारिश के मौसम में बिजली गिरने की घटनाएं क्षेत्र में असामान्य नहीं हैं, लेकिन इतने बड़े पैमाने पर नुकसान ने सभी को झकझोर दिया है। प्रभावित पशुपालकों ने प्रशासन से मुआवजे और आर्थिक सहायता की मांग की है।
प्रशासन का रुख
लूणकरणसर पुलिस और प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई करते हुए घटनास्थल का निरीक्षण किया। स्थानीय अधिकारियों ने प्रभावित परिवारों को हर संभव मदद का आश्वासन दिया है। प्रशासन ने मौसम विभाग की चेतावनियों का पालन करने और बारिश के दौरान सावधानी बरतने की अपील की है।
बिजली गिरने से बचाव के उपाय
मौसम विभाग और स्थानीय प्रशासन ने लोगों से बारिश और आंधी के दौरान सावधानी बरतने की सलाह दी है:
- खुले मैदानों में रहने से बचें।
- पेड़ों, ऊंची संरचनाओं या धातु की वस्तुओं के पास शरण न लें।
- पशुओं को बारिश के दौरान सुरक्षित स्थानों पर रखें।
- मौसम की चेतावनियों पर नजर रखें और समय पर सुरक्षित स्थान पर चले जाएं।
क्षेत्र में दहशत का माहौल
इस हादसे ने मकड़ासर और आसपास के गांवों में दहशत का माहौल पैदा कर दिया है। स्थानीय लोग और पशुपालक प्राकृतिक आपदाओं से बचाव के लिए जागरूकता और सहायता की मांग कर रहे हैं। ग्रामीणों ने प्रशासन से अनुरोध किया है कि बारिश के मौसम में बिजली गिरने की घटनाओं को रोकने के लिए बिजली निवारक (लाइटनिंग अरेस्टर) जैसे उपायों पर विचार किया जाए।