नोखा (बीकानेर), बीकानेर जिले के नोखा क्षेत्र में शनिवार को एक भीषण हादसा सामने आया, जहां एक मकान धमाके के साथ ध्वस्त होकर 30 फीट गहरे गड्ढे में समा गया। यह मकान स्थानीय युवक श्रवण जोशी का था, जो इसमें टेंट हाउस का व्यापार चलाता था। गनीमत रही कि हादसे से ठीक 10 मिनट पहले श्रवण किसी काम से घर से बाहर निकला, जिससे उसकी जान बच गई।
घटना का विवरण
सुबह के वक्त अचानक हुए जोरदार धमाके ने इलाके को हिला दिया। मकान की दीवारें और छत मिनटों में ढह गईं, और इसके स्थान पर एक विशाल गड्ढा बन गया। स्थानीय लोगों ने बताया कि यह क्षेत्र पहले बजरी की पुरानी खान थी, जहां जमीन के नीचे खोखली परतें बन गई थीं। विशेषज्ञों का मानना है कि इन कमजोर परतों के धंसने से धमाका हुआ, जो मकान को निगल गया। मकान में रखा टेंट हाउस का सामान भी हादसे को बढ़ाने में भूमिका निभा सकता है।
राहत और जांच
घटना की सूचना मिलते ही नोखा पुलिस और प्रशासन की टीमें मौके पर पहुंचीं। बचाव दल ने मलबे को हटाने का काम शुरू कर दिया, लेकिन अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि मकान में कोई और फंसा था या नहीं। पुलिस ने क्षेत्र को खाली करवाकर सुरक्षा घेरा बनाया है और फॉरेंसिक विशेषज्ञों को बुलाया गया है ताकि हादसे के सटीक कारणों का पता लगाया जा सके।
क्षेत्र में दहशत
यह हादसा नोखा और आसपास के गांवों में दहशत फैला गया है। स्थानीय निवासियों ने पुरानी खदानों वाले क्षेत्रों में बने मकानों की तत्काल जांच की मांग की है। लोग अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं और प्रशासन से सख्त कदम उठाने की अपील कर रहे हैं। श्रवण जोशी की जान बचने से लोग राहत महसूस कर रहे हैं, लेकिन हादसे ने सभी को सतर्क कर दिया है।