राजस्थान में 12 से 17 जुलाई तक भारी बारिश और ओलावृष्टि का अलर्ट: मौसम विभाग की चेतावनी

जयपुर | भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) और जयपुर मौसम केंद्र ने राजस्थान में 12 से 17 जुलाई 2025 तक भारी बारिश, तेज हवाओं और ओलावृष्टि की चेतावनी जारी की है। मानसून की बढ़ती सक्रियता और कम दबाव के क्षेत्र के प्रभाव से राज्य के कई हिस्सों में मौसम अस्थिर रहेगा। इस दौरान नागरिकों को सतर्कता बरतने और सुरक्षित रहने की सलाह दी गई है।

मौसम का विस्तृत पूर्वानुमान

मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, राजस्थान में अगले छह दिनों तक मौसम की स्थिति गंभीर रहने की संभावना है। विभिन्न संभागों में भारी बारिश, आंधी और ओलावृष्टि का अनुमान है।

  • 12-13 जुलाई: पूर्वी राजस्थान के जयपुर, दौसा, टोंक, कोटा, और उदयपुर में भारी बारिश की संभावना है। कुछ स्थानों पर 50 मिमी से अधिक बारिश हो सकती है। पश्चिमी राजस्थान में जोधपुर, बीकानेर और जालौर में हल्की से मध्यम बारिश के साथ तेज हवाएं (40-50 किमी/घंटा) चल सकती हैं।
  • 14-15 जुलाई: बारिश की तीव्रता में वृद्धि होगी। कोटा, उदयपुर, और जयपुर संभागों में मूसलाधार बारिश और बिजली गिरने का खतरा है। पश्चिमी राजस्थान में धूल भरी आंधी और ओलावृष्टि की आशंका है, खासकर बीकानेर और चूरू में।
  • 16-17 जुलाई: मौसम विभाग ने इस अवधि में सबसे अधिक सतर्कता बरतने की सलाह दी है। पूर्वी और पश्चिमी राजस्थान में भारी से अति भारी बारिश का अनुमान है। कुछ जिलों में रेड अलर्ट जारी किया जा सकता है।

प्रभावित क्षेत्र

  • पूर्वी राजस्थान: जयपुर, अलवर, दौसा, सीकर, टोंक, कोटा, बूंदी, और उदयपुर जैसे जिले भारी बारिश और तेज हवाओं से प्रभावित होंगे।
  • पश्चिमी राजस्थान: बीकानेर, चूरू, जोधपुर, जैसलमेर, और जालौर में बारिश के साथ ओलावृष्टि और धूल भरी आंधी की संभावना है।
  • ऑरेंज और येलो अलर्ट कई जिलों में लागू हैं, जिसमें जयपुर, कोटा, और उदयपुर संभाग विशेष रूप से शामिल हैं।

संभावित प्रभाव

  • जलभराव और बाढ़: भारी बारिश से निचले इलाकों में जलभराव और कुछ क्षेत्रों में बाढ़ जैसे हालात बन सकते हैं, खासकर शहरी क्षेत्रों में।
  • कृषि पर असर: ओलावृष्टि से खरीफ फसलों को नुकसान हो सकता है। किसानों को सतर्क रहने और फसलों की सुरक्षा के उपाय करने की सलाह दी गई है।
  • यातायात और बुनियादी ढांचा: तेज हवाओं और बिजली गिरने से पेड़ गिरने, बिजली की लाइनों को नुकसान, और सड़क यातायात में व्यवधान की आशंका है।
  • तापमान में कमी: बारिश के कारण तापमान में 4-6 डिग्री सेल्सियस की गिरावट संभव है, जिससे मौसम ठंडा हो सकता है।

मौसम विभाग की सलाह

मौसम विभाग ने नागरिकों और प्रशासन को निम्नलिखित सावधानियां बरतने की सलाह दी है:

  1. बिजली गिरने से बचाव: गरज के साथ बिजली चमकने पर खुले स्थानों, पेड़ों के नीचे, या ऊंची जगहों पर न रहें। इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का उपयोग टालें।
  2. यात्रा में सावधानी: भारी बारिश और आंधी के दौरान अनावश्यक यात्रा से बचें और मौसम अपडेट्स पर नजर रखें।
  3. कृषि सुरक्षा: किसानों को खेतों में जल निकासी की व्यवस्था करने और फसलों को ढकने की सलाह दी गई है।
  4. सुरक्षा उपाय: मजबूत इमारतों में रहें और स्थानीय प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करें।

प्रशासन की तैयारियां

  • जिला प्रशासन को जलभराव, बाढ़ और अन्य आपदाओं से निपटने के लिए अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए गए हैं।
  • बिजली और जल विभाग को आपात स्थिति में त्वरित कार्रवाई के लिए तैयार रहने को कहा गया है।
  • स्कूलों और कॉलेजों में छुट्टियों की घोषणा मौसम की गंभीरता के आधार पर की जा सकती है।

लोगों से अपील

मौसम विभाग ने लोगों से अपील की है कि वे इस दौरान सतर्क रहें और विश्वसनीय स्रोतों से मौसम संबंधी जानकारी प्राप्त करें। किसी भी आपात स्थिति में स्थानीय प्रशासन या आपदा प्रबंधन हेल्पलाइन से संपर्क करें।

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