टोंक में ऊर्जा मंत्री के काफिले की गाड़ी से हादसा: 5 साल के मासूम की मौत, 4 पुलिसकर्मी घायल

टोंक के जयपुर-कोटा हाईवे पर देवली इलाके में 12 अक्टूबर की शाम एक दर्दनाक हादसा हुआ, जिसमें राजस्थान के ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर के काफिले की एक एस्कॉर्ट गाड़ी की टक्कर से 5 साल के बच्चे हिमांशु धाकड़ की मौत हो गई। हादसे में गाड़ी अनियंत्रित होकर पलट गई, जिसके कारण ड्राइवर सहित चार पुलिसकर्मी भी घायल हो गए। इस घटना ने स्थानीय समुदाय को झकझोर कर रख दिया।

हादसे का विवरण

हादसा 12 अक्टूबर की शाम करीब 5:30 बजे गोपीपुरा के पास हुआ। हेड कॉन्स्टेबल इमरान के अनुसार, ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर कोटा से जयपुर जा रहे थे। उनके काफिले में टोंक बिजली थाने की एक बोलेरो गाड़ी शामिल थी, जिसमें बिजली विभाग का ड्राइवर मनराज गुर्जर, ASI मुंशीराम जाट, और कॉन्स्टेबल रामदयाल जाट सवार थे। यह गाड़ी मंत्री की कार के ठीक पीछे चल रही थी।

हाईवे पर अचानक 5 साल का हिमांशु धाकड़, जो अपनी मां शिमला देवी के साथ सड़क किनारे खड़ा था, दौड़कर सड़क पर आ गया। गाड़ी ने उसे बचाने की कोशिश में नियंत्रण खो दिया और बच्चे को टक्कर मारते हुए पलट गई। हादसे में बच्चा और गाड़ी में सवार सभी पुलिसकर्मी घायल हो गए।

इलाज और बच्चे की मौत

घायलों को तुरंत देवली उप जिला अस्पताल ले जाया गया। हिमांशु की हालत गंभीर होने के कारण उसे पहले कोटा और फिर जयपुर के ट्रॉमा सेंटर रेफर किया गया। दुर्भाग्यवश, सोमवार (13 अक्टूबर) की शाम 6:30 बजे जयपुर में उसकी मौत हो गई। बच्चे के पिता शिशुपाल धाकड़ ने देवली थाने में FIR दर्ज कराई है।

परिवार का दर्द

हिमांशु अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था और उसकी पांच बहनें हैं। उसके माता-पिता खेती और मजदूरी करके परिवार का गुजारा करते हैं। घटना के समय हिमांशु की मां शिमला देवी हाईवे किनारे पेड़ की टहनियां काट रही थीं, जबकि पिता शिशुपाल दूनी में एक कार्यक्रम में शामिल होने गए थे। बच्चे का शव जब घर पहुंचा, तो उसकी दादी उसे अंतिम बार दुलारती रही, जिसने वहां मौजूद लोगों का दिल दहला दिया।

प्रत्यक्षदर्शियों का बयान

स्थानीय लोगों और प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि हादसे के बाद ऊर्जा मंत्री का काफिला रुका नहीं और जयपुर की ओर चला गया। इस बात ने स्थानीय लोगों में नाराजगी पैदा की है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और हादसे के सटीक कारणों का पता लगाने की कोशिश की जा रही है।

जांच और कार्रवाई

पुलिस ने बच्चे के पिता की शिकायत पर मामला दर्ज किया है और हादसे की जांच शुरू की है। यह हादसा सड़क सुरक्षा और वीआईपी काफिलों के प्रबंधन पर सवाल उठाता है। प्रशासन ने घायल पुलिसकर्मियों के इलाज की व्यवस्था की है और स्थिति पर नजर रखी जा रही है।