शिक्षा निदेशालय ने स्कूली छात्र-छात्राओं के लिए खेलकूद प्रतियोगिताओं का नया कैलेंडर जारी किया है, जो इस बार चार आयु समूहों में विभाजित होगा। इस कैलेंडर के तहत स्कूल, जिला और राज्य स्तर पर प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा। यह कदम न केवल छात्रों की खेल प्रतिभा को निखारने का अवसर प्रदान करेगा, बल्कि उन्हें एक व्यवस्थित मंच पर अपनी क्षमताओं को प्रदर्शित करने का मौका भी देगा।
आयोजन का समय और स्तर
शिक्षा निदेशालय के अनुसार, स्कूल स्तर पर सभी खेलकूद प्रतियोगिताएं 25 अगस्त 2025 से पहले पूरी कर ली जाएंगी। यह सुनिश्चित करेगा कि स्कूल अपने स्तर पर खिलाड़ियों का चयन और प्रशिक्षण समय पर कर सकें। इसके बाद, जिला स्तरीय प्रतियोगिताएं 30 अगस्त 2025 से शुरू होंगी, जहां विभिन्न स्कूलों से चुने गए खिलाड़ी अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे।
राज्य स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिताएं 12 सितंबर 2025 से आयोजित की जाएंगी। इन प्रतियोगिताओं में जिला स्तर से विजेता टीमें और खिलाड़ी हिस्सा लेंगे, जो राज्य स्तर पर अपनी प्रतिभा को और ऊंचाइयों तक ले जाने का प्रयास करेंगे।
कैलेंडर में महत्वपूर्ण बदलाव
इस बार शिक्षा विभाग ने खेल कैलेंडर को और बेहतर बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं। विशेष रूप से 17 और 19 वर्ष आयु वर्ग की प्रतियोगिताओं का समय सारणी (टाइम टेबल) करीब एक महीने पहले जारी कर दी गई है। इस कदम का मुख्य उद्देश्य खिलाड़ियों को अभ्यास के लिए पर्याप्त समय उपलब्ध कराना है, ताकि वे अपनी तैयारियों को और मजबूत कर सकें।
साथ ही, मेजबान स्कूलों को भी आयोजन की तैयारियों के लिए अतिरिक्त समय दिया गया है। इससे स्कूलों को खेल मैदानों, उपकरणों, और अन्य आवश्यक व्यवस्थाओं को समय पर तैयार करने में मदद मिलेगी। इन बदलावों से न केवल आयोजन की गुणवत्ता में सुधार होगा, बल्कि खिलाड़ियों और आयोजकों को भी बेहतर अनुभव प्राप्त होगा।
खिलाड़ियों और स्कूलों के लिए लाभ
शिक्षा विभाग का यह नया कैलेंडर स्कूली खेलकूद को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। समय से पहले जारी की गई समय सारणी खिलाड़ियों को अपनी रणनीति बनाने और प्रशिक्षण पर ध्यान केंद्रित करने का अवसर देगी। वहीं, स्कूलों को आयोजन की जिम्मेदारी को सुचारू रूप से निभाने में सहायता मिलेगी।
यह कैलेंडर न केवल खेलों को व्यवस्थित करने में मदद करेगा, बल्कि स्कूली छात्रों में खेल भावना, नेतृत्व, और सहयोग की भावना को भी प्रोत्साहित करेगा। शिक्षा निदेशालय का यह प्रयास स्कूलों और खिलाड़ियों के लिए एक सुनहरा अवसर लेकर आया है, जिससे वे अपनी प्रतिभा को राष्ट्रीय स्तर तक ले जा सकते हैं।