अपराधियों के निशाने पर बड़े नाम
लॉरेंस बिश्नोई और रोहित गोदारा गैंग के हौसले बीकानेर में बुलंद हैं। इन गैंग्स ने बड़े व्यापारियों, क्रिकेट बुकीज और प्रभावशाली लोगों को निशाना बनाया है। हाल ही में पुलिस की छापेमारी के दौरान खुलासा हुआ कि कई रसूखदार लोग इन गैंग्स के रडार पर हैं। बीकानेर पुलिस ने पिछले हफ्ते लॉरेंस बिश्नोई के दो गुर्गों को गिरफ्तार किया, और कई ठिकानों पर छापेमारी अभी भी जारी है।
5 साल में 50 रंगदारी के मामले
बीकानेर पुलिस रेंज में रंगदारी के मामले तेजी से बढ़े हैं। पिछले पांच सालों में रेंज के विभिन्न थानों में रंगदारी से जुड़े 50 मामले दर्ज किए गए हैं। दो दिन पहले ही शहर के एक कारोबारी से 5 करोड़ रुपये की रंगदारी माँगी गई थी, जिसमें लॉरेंस बिश्नोई और रोहित गोदारा गैंग का नाम सामने आया। यह घटनाएँ शहर में अपराध के बढ़ते दायरे को दिखाती हैं।
पुलिस की ताबड़तोड़ छापेमारी
पुलिस ने लॉरेंस और रोहित गोदारा गैंग के खिलाफ बड़ी कार्रवाई शुरू की है। बीकानेर और श्रीगंगानगर सहित कई जिलों में ताबड़तोड़ छापेमारी की जा रही है। इस अभियान का मकसद गैंग्स के रंगदारी और वसूली के नेटवर्क को ध्वस्त करना है। पुलिस गैंग्स के ‘डब्बा कॉल’ रैकेट और उनकी फंडिंग चैनलों को ट्रैक कर रही है, ताकि अपराध के इस जाल को पूरी तरह खत्म किया जा सके।
अपराध के नेटवर्क पर नकेल
पुलिस की यह कार्रवाई गैंगस्टर नेटवर्क को कमजोर करने और उनके वित्तीय स्रोतों को काटने की दिशा में निर्णायक कदम मानी जा रही है। छापेमारी में कई अहम सुराग मिले हैं, जिनसे गैंग्स की गतिविधियों और उनके फाइनेंशियल चैनलों का पता लगाया जा रहा है। बीकानेर पुलिस ने इस अभियान को और तेज करने का दावा किया है, ताकि शहर में अपराध पर लगाम लगाई जा सके।
