नई दिल्ली : वोटर लिस्ट में गड़बड़ी और वोट चोरी के मुद्दे को लेकर कांग्रेस ने अब सड़कों पर मोर्चा खोल दिया है। पार्टी ने इस मुद्दे को जन आंदोलन का रूप देने के लिए तीन चरणों में देशव्यापी आंदोलन शुरू करने का ऐलान किया है।
तीन चरणों में आंदोलन की रूपरेखा
- पहला चरण: पैदल मार्च और मशाल जुलूस के जरिए प्रदर्शन पहले ही संपन्न हो चुका है।
- दूसरा चरण: 22 अगस्त से 7 सितंबर तक देश की सभी राजधानियों में रैलियां और सभाएं आयोजित की जाएंगी। जयपुर में भी राजस्थान कांग्रेस रैली और सभा का आयोजन करेगी।
- तीसरा चरण: 15 सितंबर से 15 अक्टूबर तक देशभर में हस्ताक्षर अभियान चलाया जाएगा।
बीजेपी और चुनाव आयोग पर निशाना
कांग्रेस ने बीजेपी सरकार और चुनाव आयोग पर सवाल उठाते हुए आरोप लगाया कि वोटर लिस्ट में फर्जीवाड़ा हो रहा है, लेकिन चुनाव आयोग इसका जवाब नहीं दे रहा। राहुल गांधी ने तथ्यों और आंकड़ों के साथ इस मुद्दे को उठाया है, जिसमें 35 सीटों से जुड़े खुलासे आने वाले दिनों में और किए जाने की बात कही जा रही है।
राहुल गांधी की वोटर अधिकार यात्रा
17 अगस्त से राहुल गांधी बिहार में “वोटर अधिकार यात्रा” शुरू करेंगे, जो बिहार विधानसभा चुनाव तक इस मुद्दे को सियासी तूल देने की रणनीति का हिस्सा है। उन्होंने इसे संविधान की रक्षा से जोड़ा, कहते हुए कि यह लड़ाई राजनीतिक नहीं, बल्कि देश की आत्मा बचाने की है।
युवा और संगठन की भूमिका
यूथ कांग्रेस ने दिल्ली में बड़ा प्रदर्शन किया, जबकि पार्टी के अग्रिम संगठन सड़कों पर आक्रोश जाहिर कर रहे हैं। कांग्रेस का दावा है कि वह इस मुद्दे पर लोकसभा चुनाव तक चुप नहीं रहेगी और जनता की राय इस आंदोलन को आकार देगी।
क्या जनता कांग्रेस के इस विरोध को समर्थन देगी, यह आने वाला समय बताएगा।