हनुमान बेनीवाल के एनकाउंटर बयान पर कांग्रेस का पलटवार: जंगलराज का खतरा, संविधान का अपमान

जयपुर : राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (RLP) सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल के यूपी और पंजाब की तर्ज पर अपराधियों के एनकाउंटर की वकालत करने वाले बयान पर कांग्रेस ने कड़ा ऐतराज जताया है। जयपुर शहर कांग्रेस अध्यक्ष आरआर तिवाड़ी ने इसे संवैधानिक मूल्यों पर हमला करार देते हुए कहा कि अगर सरकार और पुलिस एनकाउंटर का रास्ता अपनाएंगी, तो देश में जंगलराज कायम हो जाएगा।

गांधी और अंबेडकर के आदर्शों का हवाला

तिवाड़ी, जो खुद को गांधीवादी और बाबा साहब अंबेडकर के अनुयायी बताते हैं, ने साफ किया कि संविधान में किसी भी अपराधी को बिना सिद्ध किए सजा देने का प्रावधान नहीं है। उन्होंने कहा, “बाबा साहब के लिखे संविधान में न्यायिक प्रक्रिया को सर्वोच्च माना गया है। फांसी की सजा भी केवल ‘रेर ऑफ द रेयर’ मामलों में दी जाती है, वह भी कोर्ट के फैसले से।”

सस्ती लोकप्रियता का आरोप

तिवाड़ी ने बेनीवाल के बयान को सस्ती लोकप्रियता हासिल करने का प्रयास बताया। उन्होंने तर्क दिया कि अपराध तय करना और सजा देना न्यायपालिका का काम है। “अगर पुलिस और सरकार यह जिम्मा ले लें, तो फिर न्यायपालिका की जरूरत ही क्या है? इसे बंद कर देना चाहिए,” तिवाड़ी ने सवाल उठाया।

यूपी मॉडल पर तंज

उत्तर प्रदेश में अपराधियों के खिलाफ बुलडोजर कार्रवाई और एनकाउंटर की नीति का जिक्र करते हुए तिवाड़ी ने व्यंग्य किया, “यूपी में तो बुलडोजर और एनकाउंटर का तमाशा चल रहा है। क्या वहां अपराध खत्म हो गए? अपराधी की पहचान और दोष सिद्ध होने से पहले ही सजा देना संविधान के खिलाफ है।” उन्होंने मांग की कि न्यायपालिका में समयबद्ध सुनवाई और फैसले सुनिश्चित करने की व्यवस्था होनी चाहिए, जहां मामले सालों तक लंबित नहीं रहें।

राजनीतिक तनाव बढ़ा

बेनीवाल के बयान और कांग्रेस के जवाब के बाद राजस्थान की राजनीति में नया तनाव पैदा हो गया है। कांग्रेस ने इसे लोकतंत्र और कानून के शासन पर हमला बताया है, जबकि RLP की ओर से अभी कोई औपचारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है।