जयपुर – राजस्थान में पिछले 24 घंटों में जोधपुर और जयपुर के हरमाड़ा क्षेत्र में हुए दो भयावह सड़क हादसों ने राज्य सरकार को झकझोर दिया है। इन हादसों में दर्जनों लोग घायल हुए और कई जानें गईं। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने सोमवार को मुख्यमंत्री आवास पर उच्च स्तरीय बैठक बुलाकर सड़क सुरक्षा पर गहन चर्चा की। बैठक में सख्त निर्देश जारी कर हादसों को रोकने के लिए बहुआयामी रणनीति तैयार की गई।
हालिया हादसों का दर्दनाक चेहरा
- जोधपुर हादसा: एक तेज रफ्तार वाहन के अनियंत्रित होने से कई वाहनों से टक्कर, जिसमें कई लोगों की मौत और घायल हुए।
- जयपुर हरमाड़ा हादसा: लोहा मंडी इलाके में शराबी डंपर चालक ने 5 किमी तक ड्राइविंग रैम्पेज मचाया। 12 लोगों की मौत, 40 से अधिक घायल। सीसीटीवी में ट्रक की स्पीड 100 किमी/घंटा से ज्यादा नजर आई। चालक गिरफ्तार, ओवरलोडिंग और ड्रंक ड्राइविंग की जांच जारी।
सीएम शर्मा ने हादसे को “अत्यंत दुखद और हृदय विदारक” बताते हुए पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना जताई। उन्होंने घायलों के मुफ्त इलाज का आदेश दिया और हर परिवार को 5 लाख रुपये की सहायता राशि घोषित की। पीएम मोदी ने भी 2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि का ऐलान किया।
हाईलेवल मीटिंग: कौन-कौन शामिल?
मुख्यमंत्री आवास पर हुई इस महत्वपूर्ण बैठक में मुख्य सचिव, डीजीपी राजीव शर्मा (दिल्ली से वर्चुअल), एसीएस होम, जेडीसी, जयपुर कलेक्टर, पुलिस कमिश्नर जयपुर, एडीजी ट्रैफिक, महानिदेशक लॉ एंड ऑर्डर, प्रमुख शासन सचिव चिकित्सा, विशेष आयुक्त ऑपरेशन, शासन सचिव परिवहन और नेशनल हाईवे के अधिकारी मौजूद रहे। बैठक में सड़क सुरक्षा उपायों की समीक्षा की गई और फील्ड स्तर पर निगरानी मजबूत करने पर जोर दिया गया।
सीएम के प्रमुख निर्देश: सख्ती का संदेश
सीएम शर्मा ने अधिकारियों से साफ कहा, “आप भी तो देश-प्रदेश के नागरिक हैं, आम जनता को किसी सूरत में परेशान न होने पाएं।” उन्होंने सड़क हादसों को रोकने के लिए ठोस एक्शन प्लान बनाने और जिम्मेदारी तय करने के आदेश दिए। बैठक के मुख्य फैसले इस प्रकार हैं:
- अधिकारियों की जिम्मेदारी तय: हर हादसे के लिए संबंधित कर्मियों पर कार्रवाई। हरमाड़ा हादसे में मौके पर मौजूद ट्रैफिक पुलिसकर्मियों पर निलंबन की तलवार लटकी।
- हाई स्पीड और ड्रंक ड्राइविंग पर सख्ती: चेकिंग अभियान तेज, दोषी चालकों पर तत्काल एक्शन।
- ड्राइवर वायलेशन पर पाबंदी: बार-बार उल्लंघन पर ड्राइविंग लाइसेंस निलंबन।
- हाईवे पर अतिक्रमण हटाओ: अवैध कट बंद करवाएं, बचे ब्लैक स्पॉट्स को तुरंत ठीक करें।
- ड्राइवरों की स्वास्थ्य जांच: आंखों की जांच अनिवार्य, ओवरलोडिंग पर प्रभावी कार्रवाई।
- सर्दी-कोहरे का इंतजाम: रिफ्लेक्टर लगवाएं, सड़क सुधार तत्काल।
सीएम की संवेदनशीलता: पहले भी उठाए कदम
पिछले महीने फलोदी में टेम्पो ट्रैवलर हादसे में 15 मौतों पर भी सीएम ने तुरंत संज्ञान लिया था। जैसलमेर बस हादसे में झुलसों से मिलने रात में पहुंचे। ग्रीन कॉरिडोर बनाकर घायलों को अस्पताल पहुंचाने और मुफ्त इलाज के निर्देश दिए। एक महीने में 3 बड़े हादसों से 45 से ज्यादा मौतों ने राज्य को हिला दिया है।
सीएम शर्मा का संदेश: “सड़क दुर्घटनाओं को रोकना हमारी प्राथमिकता है। सभी अधिकारी अपनी जिम्मेदारी निभाएं, ताकि कोई परिवार विपदा न झेले।”
यह कदम न केवल हादसों को कम करेंगे बल्कि ट्रैफिक व्यवस्था को मजबूत भी बनाएंगे। राज्य सरकार ने व्यापक ट्रैफिक नियमों की समीक्षा और भारी वाहनों की जांच का आदेश दिया है।
