बीकानेर जिले के खाजूवाला में 40 KYD नहर पर मोघे बदलने को लेकर गुरुवार को बड़ा विवाद हुआ। सिंचाई विभाग की टीम मौके पर मोघा बदलने पहुंची तो किसानों के दो पक्ष आमने-सामने आ गए। पानी वितरण, अंतिम छोर तक सप्लाई, और बार-बार मशीन बदलने को लेकर नाराज किसानों ने विरोध जताया।
विवाद का घटनाक्रम
- झड़प और हिंसा: किसानों के दो गुटों में कहासुनी के बाद धक्का-मुक्की, पथराव और हंगामा हुआ। मौके पर पुलिस बुलानी पड़ी। खाजूवाला थाने की सरकारी बोलेरो गाड़ी के शीशे टूट गए, एक जेसीबी मशीन के भी शीशे तोड़े गए। सूत्रों के मुताबिक, प्रशासनिक अधिकारियों—तहसीलदार, सब इंस्पेक्टर हरपाल सिंह—को चोटें आईं, लेकिन कोई बड़ा नुकसान नहीं।
- प्रतिक्रिया: सिंचाई विभाग की टीम के साथ तहसीलदार राजकुमारी बिश्नोई, CI सुरेंद्र प्रजापत, सीओ अमरजीत मौके पर पहुंचे। अतिरिक्त पुलिस जाब्ता बुलाया गया। राजकार्य में बाधा डालने और हिंसा के आरोप में कुछ लोगों को डिटेन किया गया।
किसानों का पक्ष
- समस्या: किसानों का आरोप है कि अंतिम छोर तक पानी नहीं पहुंचता, बार-बार मोघा बदलने से नुकसान होता है। सिंचाई विभाग की खामियों के चलते 15 दिन में दो बार मशीन बदलनी पड़ी।
- विरोध: किसानों ने बार-बार मशीन बदलने का विरोध किया। प्रशासनिक अधिकारियों की उपस्थिति में मोघा बदला गया। कुछ किसानों ने कहा कि सिंचाई विभाग सवालों से बचता रहा।
- पक्ष: विरोध के दौर में कुछ किसानों ने प्रशासन को सहयोग भी दिया, ताकि विवाद और न बढ़े।
प्रशासन की कार्रवाई
- डिटेन: पुलिस ने व्यवस्था बिगाड़ने वाले कुछ लोगों को डिटेन किया।
- समझाइश: अधिकारियों ने किसानों को पानी वितरण में सुधार का आश्वासन दिया। सिंचाई विभाग ने कहा कि तकनीकी खामियां जल्द दूर की जाएंगी।
