बीकानेर पुलिस ने शनिवार रात एक साहसिक कार्रवाई करते हुए लॉरेंस गैंग के दो खूंखार गुर्गों को गिरफ्तार किया। कुख्यात हथियार तस्कर श्रवण सिंह सोडा और खाजूवाला का हिस्ट्रीशीटर राजेश तरड बीकानेर में बड़ी आपराधिक वारदात को अंजाम देने की साजिश रच रहे थे। पुलिस ने इनके पास से 5 पिस्टल और 12 कारतूस बरामद किए। दोनों पर 25-25 हजार रुपये का इनाम घोषित था। यह कार्रवाई आईजी हेमंत शर्मा के निर्देशन में की गई, जो गैंग की गतिविधियों पर लगाम कसने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
निगरानी से मिली सफलता
पुलिस पिछले कुछ समय से गैंग की गतिविधियों पर कड़ी नजर रख रही थी। सूचना मिलते ही त्वरित कार्रवाई करते हुए रात के अंधेरे में टीम ने दोनों अपराधियों को दबोच लिया। गिरफ्तारी के बाद गहन पूछताछ में खुलासा हुआ कि दोनों एक बड़ी वारदात की योजना बना रहे थे, जो पुलिस की सतर्कता के कारण विफल हो गई। प्रत्येक अपराधी के खिलाफ 25 से अधिक मुकदमे दर्ज हैं, जो उनकी आपराधिक पृष्ठभूमि को दर्शाते हैं।
श्रवण सिंह सोडा का गुजरात कनेक्शन
श्रवण सिंह सोडा, जो ‘सोड़ा गैंग’ का सरगना माना जाता है, पहले भी खाजूवाला में गिरफ्तार हो चुका है, जहां से 2 पिस्टल बरामद हुई थीं। उस पर गुजरात के गांधीनगर पुलिस थाने में अपहरण और फिरौती के गंभीर मामले भी दर्ज हैं, जिसके चलते वह वहां भी वांटेड था। दोनों अभियुक्तों के खिलाफ बीएनएस और आर्म्स एक्ट की कठोर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।
पुलिस की रणनीति और भविष्य की योजना
पुलिस ने हथियारों की बरामदगी के बाद गैंग के नेटवर्क का पता लगाने के लिए जांच तेज कर दी है। आईजी हेमंत शर्मा ने कहा कि यह कार्रवाई गैंग की हिम्मत तोड़ने के लिए की गई है और भविष्य में भी ऐसी गतिविधियों पर सख्त नजर रखी जाएगी। स्थानीय लोगों ने पुलिस की इस पहल की सराहना की है और उम्मीद जताई है कि इससे क्षेत्र में अपराध पर अंकुश लगेगा।
