रामगढ़ बांध पर ड्रोन से कृत्रिम बारिश की शुरुआत, पहले दिन आई अड़चनें

जयपुर | जयपुर के रामगढ़ बांध पर देश का पहला ड्रोन आधारित कृत्रिम बारिश का प्रयोग शुरू हुआ। कृषि मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने ड्रोन की पूजा कर इसकी लांचिंग की। पहले दिन तकनीकी खामियों ने रोड़ा अटकाया, लेकिन शाम को ड्रोन 400 मीटर की ऊंचाई तक उड़ा।

तकनीकी दिक्कतों के बीच उत्साह

शुरुआती दो प्रयासों में ड्रोन उड़ान नहीं भर सका। एक्सेल वन कंपनी ने बताया कि भीड़ और नेटवर्क की वजह से जीपीएस सिग्नल बाधित हुआ। दोपहर में बेकाबू भीड़ पर पुलिस को हल्का लाठीचार्ज करना पड़ा। शाम को भीड़ कम होने पर ड्रोन ने उड़ान भरी, लेकिन बादल ऊंचे होने के कारण बारिश नहीं हो सकी।

20 साल बाद बांध पर भीड़

कृत्रिम बारिश का यह अनोखा नजारा देखने के लिए हजारों लोग सुबह से बांध पर जुटे। 20 साल बाद रामगढ़ बांध पर इतनी भीड़ देखने को मिली। लोग ड्रोन का इंतजार करते रहे, जो शाम को आखिरकार उड़ा।

डीजीसीए की अनुमति का इंतजार

डॉ. मीणा ने कहा, “रामगढ़ बांध में पानी जरूर आएगा। यह प्रयोग दुनिया को दिखाएगा कि ड्रोन से बारिश कैसे होती है।” अभी ड्रोन को 400 मीटर तक उड़ान की अनुमति है, लेकिन एक हफ्ते में डीजीसीए से 15,000 मीटर की मंजूरी मिलने की उम्मीद है। तब ड्रोन बादलों तक पहुंचकर बारिश कराएगा।

अगले दो महीने में और प्रयास

अगले दो महीनों तक मौसम अनुकूल होने पर कृत्रिम बारिश के और प्रयास होंगे। यह परियोजना रामगढ़ बांध को फिर से जल से भरने की उम्मीद जगाती है।