अजमेर, 25 जुलाई 2025: अजमेर के अजय नगर निवासी 51 वर्षीय चावल व्यवसायी राजू टेकचंदानी फेसबुक पर हुई एक फर्जी दोस्ती के जाल में फंसकर 10 लाख रुपये गंवा बैठे। 12 जुलाई 2025 को दीप्ति नामक एक युवती ने फेसबुक के जरिए राजू से संपर्क किया और बातचीत के दौरान दोस्ती का रिश्ता कायम किया। युवती ने राजू को अपनी बातों में उलझाकर एक ऑनलाइन निवेश योजना का लालच दिया, जिसमें निवेश की रकम को चार गुना करने का वादा किया गया।
पुलिस के अनुसार, दीप्ति ने राजू को एक फर्जी निवेश ऐप डाउनलोड करने के लिए कहा, जो एक कथित अमेरिकी ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म से जुड़ा था। शुरुआत में राजू ने छोटी रकम निवेश की और ऐप पर काल्पनिक मुनाफा दिखाया गया, जिससे उनका भरोसा बढ़ा। इसके बाद दीप्ति और उसके कथित सहयोगियों ने राजू को और निवेश के लिए उकसाया। 12 जुलाई से 20 जुलाई के बीच राजू ने अलग-अलग बैंक खातों में 10 लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए। जब राजू ने मुनाफा निकालने की कोशिश की, तो उन्हें अतिरिक्त शुल्क और टैक्स के नाम पर और पैसे जमा करने को कहा गया। शक होने पर राजू ने साइबर क्राइम पोर्टल (1930) पर शिकायत दर्ज की।
पुलिस कार्रवाई: अजमेर साइबर पुलिस ने इस मामले में प्रकरण संख्या 230/25 दर्ज किया है और जांच शुरू कर दी है। साइबर पुलिस की प्रारंभिक जांच में पता चला कि दीप्ति का प्रोफाइल फर्जी था और स्कैमर्स ने कई राज्यों में फैले बैंक खातों का इस्तेमाल किया। पुलिस ने बताया कि इस तरह के साइबर फ्रॉड में अक्सर विदेशी सर्वर और व्हाट्सएप ग्रुप का उपयोग होता है।