श्यालावास जेल में नया विवाद: कैदी का वायरल वीडियो ने उजागर की रिश्वतखोरी, प्रशासन पर सवाल

दौसा, 31 जुलाई 2025: राजस्थान की हाई सिक्योरिटी श्यालावास जेल एक बार फिर सुर्खियों में है, लेकिन इस बार कारण चिंताजनक है। जेल से एक कैदी द्वारा बनाया गया वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से फैल रहा है, जिसमें जेल प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं। वीडियो में कैदी ने जेलर विकास बगड़िया पर 50 हजार रुपये की रिश्वत लेकर मोबाइल और अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराने का इल्ज़ाम लगाया है। साथ ही, उसने दावा किया कि 22 मार्च 2025 को हरियाणा के कुछ कैदियों को सेल से बाहर निकाला गया था, जो सुरक्षा प्रोटोकॉल की अनदेखी का संकेत देता है।

भ्रष्टाचार के आरोपों का खुलासा

कैदी ने यह वीडियो 28 मार्च 2025 को रिकॉर्ड किया, जिसमें उसने श्यालावास जेल में भ्रष्टाचार की गहरी जड़ों का दावा किया। उसका कहना है कि मोबाइल जैसी सुविधाएं हासिल करने के लिए जेलर और डीजी ऑफिस से जुड़े कुछ लोगों के जरिए “ठेके” के तहत रकम वसूली जाती है। हालांकि, इस वीडियो की सत्यता की पुष्टि NDTV राजस्थान सहित किसी भी आधिकारिक स्रोत ने नहीं की है, जिससे इसकी विश्वसनीयता पर सवाल उठ रहे हैं।

जेलर का जवाब

जेलर विकास बगड़िया ने इन आरोपों को निराधार करार देते हुए खंडन किया है। उन्होंने बताया कि वीडियो बनाने वाला कैदी राजू उर्फ रिच्छपाल है, जो अपने चाचा की हत्या के मामले में सजा भुगत रहा है। बगड़िया के अनुसार, यह कैदी बार-बार झूठी शिकायतें करता रहा है और 23 जुलाई 2025 को उसे जयपुर जिला जेल में स्थानांतरित कर दिया गया है। जेल प्रशासन ने इस मामले में पापड़दा थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है, और जांच शुरू हो गई है। दौसा कलेक्टर देवेंद्र कुमार यादव ने इसे गंभीरता से लेते हुए सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है।

जेल का अतीत: धमकियों का सिलसिला

ध्यान देने योग्य है कि श्यालावास जेल पहले भी विवादों में रही है। हाल ही में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को इसी जेल से दो बार जानलेवा धमकियां मिली थीं। उस समय जेल में तलाशी अभियान चलाया गया, जिसमें दो एंड्रॉयड मोबाइल बरामद हुए थे। पिछले कुछ महीनों में यहां से 12 से अधिक मोबाइल जब्त किए जा चुके हैं, जिसके बाद कई जेल कर्मियों और अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई भी हुई। अब एक बार फिर मोबाइल के जरिए वीडियो वायरल होने से जेल की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं।