उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का इस्तीफा, स्वास्थ्य कारणों का दिया हवाला

नई दिल्ली | भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को लिखे पत्र में कहा, “चिकित्सा सलाह का पालन करने और स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने के लिए, मैं संविधान के अनुच्छेद 67(क) के तहत तत्काल प्रभाव से उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा देता हूँ।” धनखड़ ने 11 अगस्त 2022 को 14वें उपराष्ट्रपति के रूप में शपथ ली थी, और उनका कार्यकाल अगस्त 2027 तक था। उन्होंने राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, और संसद सदस्यों के सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया। उनके अचानक इस्तीफे ने राजनीतिक गलियारों में चर्चा छेड़ दी है।

30 वर्षों का राजनीतिक और कानूनी सफर

जगदीप धनखड़ का जन्म 18 मई 1951 को राजस्थान के झुंझुनूं के किठाना गाँव में एक जाट परिवार में हुआ। उन्होंने सैनिक स्कूल, चित्तौड़गढ़ से स्कूली शिक्षा और राजस्थान विश्वविद्यालय से बीएससी और एलएलबी की डिग्री हासिल की। 1990 में राजस्थान हाईकोर्ट में सीनियर एडवोकेट बने। धनखड़ ने 1989-91 तक झुंझुनूं से लोकसभा सांसद और 1993-98 तक किशनगढ़ से विधायक के रूप में कार्य किया। 2019-22 तक पश्चिम बंगाल के गवर्नर रहे, जहाँ उनके कार्यकाल में विवाद भी चर्चा में रहे।

महत्वपूर्ण तथ्य:

  • इस्तीफा: 21 जुलाई 2025, स्वास्थ्य कारणों से
  • कार्यकाल: अगस्त 2022 – जुलाई 2025
  • करियर: सांसद, विधायक, गवर्नर, सीनियर एडवोकेट