कोटा | राजस्थान का कोटा, भारत का कोचिंग हब, एक बार फिर छात्रों पर पढ़ाई के दबाव और मानसिक तनाव के कारण चर्चा में है। शनिवार को बोरखेड़ा थाना क्षेत्र में एक दुखद घटना सामने आई, जिसमें बूंदी के 17 वर्षीय 12वीं कक्षा के छात्र ने अपनी जान ले ली। वह अपनी मां और छोटे भाई के साथ किराए के मकान में रहकर पढ़ाई कर रहा था, जबकि पिता बूंदी में दुकान चलाते हैं। सुबह मां ने उसे अपने कमरे में मृत पाया। उसे तुरंत एमबीएस अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
बोरखेड़ा थाना के एएसआई सुरेश कुमार ने बताया कि घटनास्थल से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला, जिससे मौत के कारण अस्पष्ट हैं। परिजनों ने घरेलू विवाद या तनाव की जानकारी नहीं दी। पुलिस ने मामला दर्ज कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा और सभी पहलुओं से जांच शुरू की। कोटा में 2023-24 में 26 और 2025 में अब तक 10 से अधिक छात्र आत्महत्या की घटनाएं दर्ज हुई हैं, जो शैक्षिक दबाव को दर्शाती हैं।
कोटा में कोचिंग सेंटरों में मेंटल हेल्थ काउंसलिंग अनिवार्य की गई है, लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि इसे और प्रभावी करना होगा। कोचिंग संस्थानों पर दबाव है कि वे नियमित वर्कशॉप और काउंसलिंग सत्र आयोजित करें। कई संस्थानों ने हेल्पलाइन शुरू की हैं, लेकिन जागरूकता की कमी के कारण इनका उपयोग सीमित है। अभिभावकों ने मांग की है कि स्कूलों और कोचिंग सेंटरों में तनाव प्रबंधन के लिए विशेष कक्षाएं शुरू की जाएं।
स्थानीय सामाजिक संगठनों ने प्रशासन से मांग की है कि कोटा में 24×7 मानसिक स्वास्थ्य हेल्पलाइन और काउंसलिंग सेंटर स्थापित किए जाएं। कोटा पुलिस ने छात्रों और परिजनों से मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं को खुलकर साझा करने की अपील की है। विशेषज्ञों ने सुझाव दिया है कि अभिभावक बच्चों पर अत्यधिक अपेक्षाएं न थोपें और उनकी भावनाओं को समझें।
मानसिक स्वास्थ्य सहायता के लिए टेली-मानस हेल्पलाइन 1800-914-416 या जीवन साथी हेल्पलाइन 1800-233-3330 पर संपर्क करें।