बीकानेर | बीकानेर के मुक्ताप्रसाद नगर थाना क्षेत्र में बुजुर्ग दंपती गोपाल वर्मा और निर्मला देवी की हत्या के मामले में पुलिस को तीन दिन बाद बड़ी सफलता मिली है। बीकानेर पुलिस ने बिहार से तीन मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जिन्हें बीकानेर लाया जा रहा है। पुलिस आज इस सनसनीखेज हत्याकांड का खुलासा करेगी और आरोपियों को कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लेगी। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि लूट के इरादे से इस जघन्य वारदात को अंजाम दिया गया, जिसमें दंपती के किरायेदार और उसकी कथित पत्नी मुख्य साजिशकर्ता हैं। इस घटना ने पूरे शहर में सनसनी फैला दी है और स्थानीय समुदाय में गहरा आक्रोश पैदा किया है।
हत्या की वजह: लूट और साजिश
पुलिस के मुताबिक, गोपाल वर्मा (70) और निर्मला देवी (65) के घर में किराये पर रहने वाले अरुण ओझा और उसकी कथित पत्नी ने इस हत्याकांड की साजिश रची। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहर) सौरभ तिवाड़ी ने बताया कि किरायेदार अरुण ओझा और उसकी साथी ने लूट के इरादे से इस वारदात को अंजाम दिया। हत्यारों ने दंपती की गला घोंटकर हत्या की और घर में रखे नकदी व जेवरात लूटकर फरार हो गए। घटनास्थल पर बिखरा हुआ सामान और बाहर से बंद ताला इस बात की पुष्टि करता है कि हत्यारे हत्या के बाद घर को लॉक करके भागे। पूछताछ में अरुण ओझा ने अपनी संलिप्तता स्वीकार की है, और अन्य आरोपियों से भी गहन पूछताछ जारी है।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई
हत्याकांड की सूचना मिलते ही बीकानेर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई शुरू की। एसपी कावेंद्र सिंह सागर के निर्देशन में पांच विशेष जांच टीमें गठित की गईं। इनमें से तीन टीमें बिहार, पंजाब, और उत्तर प्रदेश भेजी गईं, जबकि दो टीमें बीकानेर में ही जांच में जुटी रहीं। बिहार में संदिग्धों से जुड़ी एक महत्वपूर्ण कड़ी मिलने के बाद पुलिस ने वहां से तीन मुख्य आरोपियों को हिरासत में लिया। पंजाब में लूट और हत्या के पुराने रिकॉर्ड की जांच की गई, जबकि उत्तर प्रदेश में दंपती के संभावित रिश्तेदारों से पूछताछ की गई। पुलिस ने घटनास्थल से साक्ष्य एकत्र किए, जिसमें बिखरे हुए सामान और ताले की स्थिति ने लूट को मुख्य मकसद होने की पुष्टि की।
दंपती का अंतिम संस्कार और समुदाय का आक्रोश
गुरुवार, 17 जुलाई 2025 को गोपाल वर्मा और निर्मला देवी के शवों का पोस्टमार्टम कर परिजनों को सौंप दिया गया। वैद्य मघाराम कॉलोनी स्थित श्मशान गृह में दंपती का अंतिम संस्कार किया गया, जिसमें परिवार, पड़ोसी, और सामाजिक संगठनों की भारी भीड़ शामिल हुई। स्थानीय लोगों ने इस क्रूर हत्याकांड पर गहरा दुख और आक्रोश व्यक्त किया। एक पड़ोसी, रमेश कुमार ने कहा, “गोपाल जी और निर्मला जी बहुत सज्जन थे। उनके साथ ऐसी क्रूरता अकल्पनीय है।” मृतक के भाई राधाकिशन ने मुक्ताप्रसाद नगर थाने में हत्या का मामला दर्ज करवाया है।
अकेले रहते थे दंपती
गोपाल वर्मा और निर्मला देवी मुक्ताप्रसाद नगर के सेक्टर 4/11 में अकेले रहते थे। उनका एक बेटा नोएडा में नौकरी करता है, जबकि दूसरा बेटा कनाडा में रहता है। पुलिस के अनुसार, दंपती की अकेले रहने की स्थिति का फायदा उठाकर किरायेदार ने इस वारदात को अंजाम दिया। घर में बिखरे सामान और लूटे गए नकदी व जेवरात से यह स्पष्ट है कि हत्यारे सुनियोजित तरीके से लूटपाट करने के बाद हत्या कर फरार हुए।
पुलिस का अगला कदम
पुलिस आज, 18 जुलाई 2025 को इस हत्याकांड का आधिकारिक खुलासा करेगी। गिरफ्तार आरोपियों को बीकानेर लाया जा रहा है, जहां उन्हें कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया जाएगा। एसपी कावेंद्र सिंह सागर ने कहा, “यह एक जघन्य अपराध है, और हम दोषियों को कड़ी सजा दिलाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।” पुलिस यह भी जांच कर रही है कि क्या अन्य राज्यों से आए बदमाश इस वारदात में शामिल थे और क्या यह कोई बड़ा आपराधिक गिरोह का हिस्सा है।
सामाजिक और प्रशासनिक प्रभाव
इस हत्याकांड ने बीकानेर में सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं, खासकर बुजुर्गों की सुरक्षा को लेकर। सोशल मीडिया पर स्थानीय लोग और सामाजिक संगठन इस घटना की निंदा कर रहे हैं और प्रशासन से कठोर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। कई लोगों ने सुझाव दिया है कि अकेले रहने वाले बुजुर्गों के लिए विशेष सुरक्षा उपाय, जैसे सीसीटीवी और नियमित पुलिस गश्त, लागू किए जाएं।
हाल के वर्षों में बीकानेर में आपराधिक घटनाएं बढ़ी हैं। उदाहरण के लिए, जून 2024 में एक महिला की हत्या और शव को बीकानेर और जोधपुर में ठिकाने लगाने का मामला सामने आया था, जिसमें दो लोगों को गिरफ्तार किया गया। इसी तरह, जून 2025 में तांत्रिक और आठ अन्य लोगों को तिहरे हत्याकांड में गिरफ्तार किया गया था। ये घटनाएं शहर में बढ़ते अपराध और पुलिस की चुनौतियों को दर्शाती हैं।