भरतपुर में नशे में धुत ड्राइवर का तांडव: तेज रफ्तार कार ने मचाया उत्पात, कई घायल, पुलिस ने किया गिरफ्तार

भरतपुर | राजस्थान के भरतपुर जिले में बुधवार रात एक नशे में धुत ड्राइवर ने तेज रफ्तार कार से सड़कों पर कहर बरपाया। डीग जिले के पसोपा गांव निवासी रविंद्र खंडेलवाल ने अपनी स्विफ्ट कार को बेकाबू ढंग से चलाते हुए कई पैदल राहगीरों और वाहनों को टक्कर मार दी, जिससे कुछ लोग घायल हो गए। सौभाग्यवश, इस घटना में कोई गंभीर हताहत नहीं हुआ। हंगामे के बाद रविंद्र ने अपनी कार को रणजीत नगर रेलवे स्टेशन के पास झाड़ियों में छिपाने की कोशिश की, लेकिन कोतवाली थाना पुलिस ने उसे पकड़ लिया। कार को जब्त कर लिया गया है, जो बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुकी है। इस घटना ने स्थानीय लोगों में डर और आक्रोश पैदा कर दिया है।

रात 9 बजे शुरू हुआ तांडव

घटना 16 जुलाई 2025 की रात करीब 9 बजे की है। रविंद्र खंडेलवाल, जो भरतपुर में एक फाइनेंस कंपनी में कर्मचारी है, शराब के नशे में अपनी स्विफ्ट कार को तेज रफ्तार से दौड़ाने लगा। कोतवाली थाना क्षेत्र में उसने कई पैदल यात्रियों और वाहनों को टक्कर मारी, जिससे सड़कों पर अफरा-तफरी मच गई। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, रविंद्र की कार अनियंत्रित होकर इधर-उधर भटक रही थी, जिससे लोगों में दहशत फैल गई। उसका उत्पात यहीं नहीं रुका; वह कार को लेकर रणजीत नगर रेलवे स्टेशन के पास पहुंच गया, जहां उसने और हंगामा किया।

झाड़ियों में छिपने की नाकाम कोशिश

जब रविंद्र को अहसास हुआ कि पुलिस उसका पीछा कर सकती है, उसने अपनी कार को रणजीत नगर रेलवे स्टेशन के पास सिमको फैक्ट्री के फाटक नंबर-40 के पास खड़ा किया और झाड़ियों में छिप गया। कार की हालत इस कदर खराब थी कि यह साफ था कि उसने कई टक्करें मारी थीं। स्थानीय लोगों ने तुरंत कोतवाली थाना पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने तेजी दिखाते हुए रविंद्र को झाड़ियों से ढूंढ निकाला और उसे हिरासत में ले लिया। क्षतिग्रस्त कार को भी जब्त कर लिया गया, जिसके टायर, बंपर, और शीशे बुरी तरह टूट चुके थे।

पुलिस की त्वरित कार्रवाई

कोतवाली थाना पुलिस ने रविंद्र खंडेलवाल के खिलाफ शराब पीकर वाहन चलाने, लापरवाही से ड्राइविंग, और सार्वजनिक सुरक्षा को खतरे में डालने के आरोप में मामला दर्ज किया है। प्रारंभिक जांच में पुष्टि हुई है कि रविंद्र शराब के नशे में था, जिसके कारण वह कार पर नियंत्रण नहीं रख सका। पुलिस ने उसका मेडिकल टेस्ट करवाया है, जिसकी रिपोर्ट से नशे की मात्रा और स्थिति स्पष्ट होगी। कोतवाली थाना प्रभारी ने बताया, “हम इस मामले की गहन जांच कर रहे हैं। घायलों की स्थिति और घटना के अन्य पहलुओं की पड़ताल की जा रही है। दोषी के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।” पुलिस यह भी जांच रही है कि इस घटना में कितने लोग घायल हुए और क्या कोई अन्य व्यक्ति इसमें शामिल था।

आरोपी की पृष्ठभूमि

रविंद्र खंडेलवाल डीग जिले के पसोपा गांव का निवासी है और भरतपुर में एक फाइनेंस कंपनी में काम करता है। इस घटना ने उसकी नौकरी और सामाजिक प्रतिष्ठा पर गंभीर सवाल उठाए हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि रविंद्र का व्यवहार पहले भी आपत्तिजनक रहा है, और यह घटना उनके संदेह को पुख्ता करती है। पुलिस अब यह भी जांच रही है कि क्या रविंद्र का कोई आपराधिक रिकॉर्ड है या वह पहले ऐसी गतिविधियों में शामिल रहा है।

जनता में आक्रोश और सोशल मीडिया पर चर्चा

इस घटना ने भरतपुर में शराब पीकर वाहन चलाने की समस्या को फिर से उजागर किया है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लोग इस घटना की कड़ी निंदा कर रहे हैं। एक यूजर ने लिखा, “नशे में गाड़ी चलाने वालों को सख्त सजा मिलनी चाहिए। यह सिर्फ एक हादसा नहीं, बल्कि कई जिंदगियों को खतरे में डालने वाला अपराध है।” स्थानीय निवासियों ने प्रशासन से मांग की है कि सड़कों पर नशे में वाहन चलाने वालों के खिलाफ नियमित जांच अभियान चलाए जाएं। कई लोगों ने पुलिस की त्वरित कार्रवाई की सराहना की, लेकिन साथ ही सड़क सुरक्षा को और मजबूत करने की जरूरत पर बल दिया।

सड़क सुरक्षा का गंभीर सवाल

यह घटना राजस्थान में नशे में वाहन चलाने से जुड़े बढ़ते मामलों का एक और उदाहरण है। राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) के आंकड़ों के अनुसार, राजस्थान में सड़क हादसों का एक बड़ा कारण शराब पीकर ड्राइविंग है। भरतपुर जैसे व्यस्त शहरों में, जहां सड़कें अक्सर पैदल यात्रियों और वाहनों से भरी रहती हैं, ऐसी घटनाएं और भी खतरनाक हो सकती हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि सड़क सुरक्षा को बढ़ाने के लिए कड़े कानूनों के साथ-साथ जन जागरूकता अभियानों की जरूरत है।