जयपुर| राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (आरएलपी) के नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें वे अपने समर्थकों को पुलिस की गुंडागर्दी का डटकर मुकाबला करने और लोकतंत्र में अपनी आवाज उठाने की सलाह दे रहे हैं। इस वीडियो में बेनीवाल का नया संदेश युवाओं और समर्थकों के बीच चर्चा का विषय बन गया है, जहां वे डर से मुक्त होकर संघर्ष करने और जरूरत पड़ने पर जेल जाने की हिम्मत दिखाने की बात कहते हैं।
वीडियो का मुख्य संदेश
वीडियो में हनुमान बेनीवाल लोगों से कहते दिख रहे हैं, “अब डरने की जरूरत नहीं है। अगर पुलिस वाले गुंडागर्दी करें तो लोकतंत्र में जवाब देना सीखो। जवाब दोगे या नहीं दोगे? पीछे मैं खड़ा हूं। ना डरना और ना दबना। घंटे-दो घंटे थाने में रह भी जाओगे तो क्या फर्क पड़ जाएगा? कौन सी मेहंदी तुम्हारी उतर जाएगी?” उनका यह बयान युवाओं को साहस और आत्मविश्वास से लैस करने की कोशिश करता नजर आ रहा है।
जेल और नेतृत्व की राह
बेनीवाल ने आगे कहा, “थाने में रहोगे तो होशियार हो जाओगे। जेल जाओगे तो नेता बन जाओगे। इंदिरा गांधी के साथ जो-जो जेल गए, वे एमपी-एमएलए बन गए। और मेरे लिए जो-जो जेल जाएगा, मैं उन सभी को कामयाब करूंगा। यह तयशुदा बात है।” उन्होंने वादा किया कि वे जेल में लंबे समय तक रहने नहीं देंगे और संबंधित केस और मुकदमों को खुद लड़ेंगे, ताकि उनके समर्थकों को न्याय मिले।
जेल में सुधार और जीवनशैली
अपने बयान में एक अनोखा पहलू जोड़ते हुए बेनीवाल ने कहा, “चिंता मत करना। बाहर खाली बैठे हो। बाहर भी खाना मिलता है, जेल में भी खाना मिलेगा। बाहर मिलावट वाला खाना है, जेल के अंदर का खाना ठीक है। जेल के अंदर का खाना आजकल हमने सुधार करवाया है। वहां तुम एक्सरसाइज भी कर सकते हो, ध्यान-योग भी कर सकते हो। बाहर मोटरसाइकिल लेकर घूमते रहते हो और रील देखते रहते हो। अगर जेल जाना पड़े तो उससे भी पीछे नहीं हटना।” यह बयान उनके समर्थकों को जेल को एक सकारात्मक अनुभव के रूप में पेश करने की कोशिश करता दिखता है।
सचिन पायलट और न झुकने का संकल्प
वीडियो में बेनीवाल ने राजनीतिक आलोचकों पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, “सचिन पायलट का एक नेता कहता है कि हमें पता है हनुमान बेनीवाल कहां-कहां सरेंडर करता है। हां, मैं सरेंडर करता हूं, लेकिन राजस्थान के जवान और किसान के सामने सरेंडर करता हूं। बाकी दुनिया की कोई ताकत नहीं जो हनुमान को पद का कोई लालच देकर या कोई दूसरा प्रलोभन देकर झुका सके और रोक सके।” यह बयान उनकी अडिगता और अपने समर्थक आधार पर भरोसे को दर्शाता है।
संभावित प्रभाव और प्रतिक्रिया
यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद से लोगों की अलग-अलग प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं। कुछ इसे बेनीवाल की जनता के प्रति वफादारी और साहस का प्रतीक मान रहे हैं, वहीं कुछ इसे उकसाने वाला और कानून-व्यवस्था के खिलाफ बयान बता रहे हैं। राजनैतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह बयान उनके समर्थकों में जोश भर सकता है, लेकिन साथ ही पुलिस और प्रशासन के साथ टकराव की स्थिति भी पैदा कर सकता है। अभी तक इस बयान पर किसी आधिकारिक प्रतिक्रिया का इंतजार है।