राजस्थान: मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का भ्रष्टाचार पर सख्त रुख, एसीबी के 68वें स्थापना दिवस पर दिया बड़ा बयान

जयपुर | राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने मंगलवार को जयपुर के राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) के 68वें स्थापना दिवस समारोह को संबोधित करते हुए भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त रुख अपनाया। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार केवल व्यक्तिगत पतन नहीं है, बल्कि यह तीन पीढ़ियों को बर्बाद कर देता है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने भ्रष्टाचार के दूरगामी दुष्परिणामों पर प्रकाश डाला और राज्य सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति को और मजबूत करने का आह्वान किया।

भ्रष्टाचार का पारिवारिक प्रभाव

मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा, “मैंने देखा है कि जो भ्रष्टाचारी होता है, उसका बुढ़ापा बेहद दयनीय होता है। उसका बेटा भी उसे पानी पिलाने से मना कर देता है।” उन्होंने जोर देकर कहा कि भ्रष्टाचार की आदत घर तक फैलती है और इसका दर्द सिर्फ भ्रष्टाचारी को नहीं, उसके पूरे परिवार को भुगतना पड़ता है। उन्होंने अधिकारियों और कर्मचारियों से नैतिक मूल्यों पर टिके रहने की सलाह दी, ताकि समाज और संस्कारों से कटाव न हो।

एसीबी की आंतरिक जवाबदेही

शर्मा ने एसीबी की कार्यप्रणाली की सराहना करते हुए एक उदाहरण पेश किया। उन्होंने कहा, “हमारे ही एक एएसपी को एसीबी ने पकड़ा है, जो इस बात का प्रमाण है कि हमारी जीरो टॉलरेंस नीति केवल दिखावे की नहीं है।” उन्होंने जोर देकर कहा कि एसीबी न केवल बाहरी तंत्र पर, बल्कि अपने आंतरिक तंत्र पर भी नजर रख रही है। मुख्यमंत्री ने एसीबी अधिकारियों और पुलिस प्रशासन को बधाई देते हुए सलाह दी कि उन्हें किसी भी राजनीतिक या सामाजिक दबाव में आने के बिना ईमानदारी से काम करना चाहिए। उन्होंने स्पष्ट किया कि कोई भी व्यक्ति, चाहे कितना ही प्रभावशाली क्यों न हो, कानून से ऊपर नहीं है।

भगवान की निगाह और जीरो टॉलरेंस नीति

मुख्यमंत्री ने एक आध्यात्मिक पहलू भी जोड़ा और कहा, “आप एसीबी अधिकारी हो सकते हैं, आप बहुत कुछ देख सकते हैं, लेकिन एक और ताकत है जो सब देख रही है—वह है भगवान। उसकी निगाह से कोई नहीं बच सकता।” उन्होंने स्वीकार किया कि यह बात कुछ लोगों को नागवार गुजर सकती है, लेकिन यह सत्य है। शर्मा ने बताया कि पिछले डेढ़ साल में राज्य सरकार ने भ्रष्टाचार के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई की है, जिसमें कई अधिकारियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई और बर्खास्तगी शामिल है।

आमजन की भागीदारी और हेल्पलाइन

मुख्यमंत्री ने आमजन को भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई में सक्रिय भूमिका निभाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि सभी सरकारी विभागों के पोर्टल पर एसीबी का हेल्पलाइन नंबर और वॉट्सऐप नंबर प्रदर्शित किया गया है, ताकि लोग अपनी शिकायतें सीधे दर्ज करा सकें। यह कदम पारदर्शिता और जवाबदेही को बढ़ाने की दिशा में उठाया गया है।

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