अजमेर: मीट शॉप पर हमले में 7 घायल, पुलिस ने संदिग्धों को हिरासत में लिया

अजमेर | अजमेर के रामगंज थाना क्षेत्र के खानपुरा में सोमवार रात एक मीट शॉप पर हुए हिंसक हमले में 7 लोग घायल हो गए, जिनमें से कुछ की हालत गंभीर बताई जा रही है। घटना के पीछे एक वॉट्सऐप ग्रुप में आपसी टिप्पणियों से भड़की झड़प का कारण सामने आया है। हमलावरों ने दुकान पर पथराव और चाकूबाजी की, जिससे अफरा-तफरी मच गई। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए संदिग्धों को हिरासत में लिया और मामले की गहन जांच शुरू कर दी है।

घटना का विवरण

  • हमले की शुरुआत: जानकारी के अनुसार, सोमवार रात दो पक्षों के बीच मीट शॉप को लेकर विवाद शुरू हुआ। यह विवाद एक वॉट्सऐप ग्रुप में हुई बहस से और भड़क गया, जिसके बाद सड़क पर हिंसा फैल गई।
  • हिंसा का पैमाना: प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, 50 से 60 लोगों के समूह ने दुकान पर हमला किया। हमलावरों ने चाकू और धारदार हथियारों का इस्तेमाल करते हुए दुकान के सामान को नष्ट कर दिया और 7 लोगों को गंभीर रूप से घायल कर दिया।
  • घायलों की स्थिति: घायलों को तुरंत JLN अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उनका इलाज जारी है। कुछ की हालत चिंताजनक बनी हुई है।

मौके की तस्वीरें

  • पहली तस्वीर: दुकान के बाहर का दृश्य दिखाता है, जहां टूटे बर्तन, प्लास्टिक के डिब्बे और खून के धब्बे बिखरे पड़े हैं। यह दर्शाता है कि हमला कितना हिंसक था।
  • दूसरी तस्वीर: JLN अस्पताल में पुलिस अधिकारियों को घायलों के बयान दर्ज करते हुए देखा जा सकता है, जो पुलिस की त्वरित प्रतिक्रिया और जांच प्रक्रिया को दर्शाता है।

पुलिस कार्रवाई

  • हिरासत में लिए गए: पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित किया। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) हिमांशु जोगिंद ने बताया कि इमरान पुत्र रहमान और शाहनवाज पुत्र सब्बीर अहमद को हिरासत में लिया गया है।
  • जांच की स्थिति: एएसपी हिमांशु जोगिंद ने कहा कि घटना दो पक्षों के बीच पुराने विवाद से जुड़ी हो सकती है। पुलिस वॉट्सऐप ग्रुप की चैट, सीसीटीवी फुटेज और गवाहों के बयानों की जांच कर रही है।
  • सुरक्षा बढ़ाई: अस्पताल में सुरक्षा बढ़ा दी गई है, और इलाके में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है ताकि तनाव को नियंत्रित रखा जा सके।

प्रत्यक्षदर्शियों के बयान

  • एक स्थानीय दुकानदार ने बताया, “हमला अचानक हुआ। हमलावरों ने चाकू और पत्थरों से हमला किया, जिससे दुकान का सारा सामान बर्बाद हो गया।”
  • एक अन्य गवाह ने कहा, “वॉट्सऐप पर हुई बहस ने स्थिति को हिंसक बना दिया। लोग एक-दूसरे पर टूट पड़े।”

संभावित कारण

पुलिस के प्रारंभिक अनुमान के अनुसार, यह घटना सामाजिक या धार्मिक संवेदनशीलता से जुड़ी हो सकती है, लेकिन सटीक कारणों का पता लगाने के लिए जांच जारी है। वॉट्सऐप ग्रुप में हुई टिप्पणियों और क्षेत्रीय विवादों की जांच से इसकी पुष्टि होगी।