श्रीगंगानगर में ड्रग फैक्ट्री का भंडाफोड़: 780 ग्राम एमडी ड्रग्स बरामद, पुलिस ने 6 दिन पहले की कार्रवाई का खुलासा

श्रीगंगानगर | राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले में पुलिस ने 6 दिन पहले एक बड़ी कार्रवाई करते हुए एक अवैध ड्रग फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया। इस ऑपरेशन में 780 ग्राम एमडी (एमडीएमए) ड्रग्स बरामद किए गए, जो नशे के अवैध व्यापार का बड़ा खुलासा है। पुलिस ने इस मामले में अब तक 28 दिन की कार्रवाई की जानकारी दी है, लेकिन अभी तक किसी भी संदिग्ध को गिरफ्तार नहीं किया जा सका है।

कार्रवाई के मुख्य बिंदु

  • ड्रग्स की बरामदगी: पुलिस ने ड्रीम होम्स सिटी में छापेमारी के दौरान 780 ग्राम एमडी ड्रग्स जब्त किए, जो अवैध रूप से तैयार किए जा रहे थे। यह ड्रग्स न केवल स्थानीय स्तर पर बल्कि अन्य क्षेत्रों में भी सप्लाई होने की आशंका जताई जा रही है।
  • स्थान: कार्रवाई ड्रीम होम्स सिटी के एक घर में की गई, जहां अवैध ड्रग निर्माण का पता चला। पुलिस ने पूरे इलाके की तलाशी ली, लेकिन संदिग्ध फरार हो गए।
  • पुलिस की भूमिका: जिला पुलिस ने इस गंभीर मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए जोधपुर से अतिरिक्त 2.50 किलोग्राम सिंथेटिक ड्रग्स जब्त करने वाली टीम का सहयोग लिया। इस ऑपरेशन में 100 से अधिक जवानों को तैनात किया गया।

जांच और चुनौतियां

  • संदिग्धों की तलाश: पुलिस ने बताया कि संदिग्धों की पहचान के लिए 884 फ्लैट्स की जांच की जा रही है, लेकिन अभी तक कोई ठोस सुराग नहीं मिला। संदिग्धों के फरार होने की वजह से जांच में देरी हो रही है।
  • युवाओं को निशाना: पुलिस का दावा है कि इस ड्रग रैकेट का लक्ष्य युवाओं को नशे की लत में फंसाना था। जांच में सामने आया कि रैकेट ने कई शिक्षण संस्थानों के आसपास ड्रग्स की सप्लाई की योजना बनाई थी।
  • रजिस्ट्रेशन की जांच: पुलिस ने ड्रीम होम्स सिटी में फ्लैट मालिकों की रजिस्ट्रेशन डिटेल्स की भी पड़ताल शुरू की है, ताकि संदिग्धों का पता लगाया जा सके।

प्रशासनिक कार्रवाई

  • जिला प्रशासन का रुख: जिला प्रशासन ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए पुलिस को 28 दिन के भीतर कार्रवाई पूरी करने का निर्देश दिया है। साथ ही, आसपास के इलाकों में निगरानी बढ़ाई गई है।
  • अन्य इलाकों में छापेमारी: पुलिस ने बताया कि इस रैकेट के अन्य ठिकानों की जानकारी मिलने पर जोधपुर समेत अन्य शहरों में भी छापेमारी की जा रही है।

जनता की प्रतिक्रिया

स्थानीय लोगों में इस घटना को लेकर चिंता है। कई निवासियों ने प्रशासन से मांग की है कि ड्रग तस्करी पर सख्ती से नकेल कसी जाए। एक स्थानीय निवासी ने कहा, “हमारे इलाके में ऐसी गतिविधियां चल रही थीं, लेकिन हमें इसकी भनक तक नहीं लगी। पुलिस को और सतर्क रहना चाहिए।”

आगे की राह

पुलिस ने इस मामले में गहन जांच शुरू कर दी है और फरार संदिग्धों को पकड़ने के लिए विशेष टीमें गठित की हैं। साथ ही, ड्रग रैकेट के पीछे बड़े नेटवर्क की आशंका को देखते हुए अन्य राज्यों के साथ समन्वय बढ़ाया जा रहा है। जिला प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि जल्द ही इस रैकेट का पर्दाफाश हो जाएगा।