भरतपुर में दुकानदार की गोली मारकर हत्या, उधार सामान न देने पर हुआ विवाद; 2 आरोपी पकड़े गए

भरतपुर, राजस्थान | चिकसाना थाना क्षेत्र के फुलवारा गांव में रविवार देर शाम एक सनसनीखेज वारदात में 45 वर्षीय दुकानदार अशोक की गोली मारकर हत्या कर दी गई। घटना के पीछे का कारण उधार सामान और पैसे न देना बताया जा रहा है। पुलिस ने मामले में दो आरोपियों को हिरासत में लिया है, जबकि तीन अन्य की तलाश में छापेमारी जारी है।

क्या है पूरा मामला?
मृतक अशोक की फुलवारा गांव में परचून और ई-मित्र की दुकान थी। उनके 21 वर्षीय बेटे ब्रजेश के अनुसार, रविवार को तीन लोग बाइक से दुकान पर आए और शराब के लिए 1,500 रुपये और उधार सामान मांगा। अशोक ने मना किया और उन्हें समझाकर वापस भेज दिया। बाद में, जब ब्रजेश मंदिर जा रहे थे, उसी तीन लोगों ने उन्हें रास्ते में रोक लिया और उनकी बाइक की चाबी छीनकर मारपीट शुरू कर दी। ब्रजेश ने अपने पिता को फोन किया। अशोक मौके पर पहुंचे, लेकिन इस बीच बदमाशों ने अपने दो और साथियों को बुला लिया। विवाद बढ़ने पर बदमाशों ने अशोक को गोली मार दी और दो बाइकों पर सवार होकर फरार हो गए।

पुलिस की कार्रवाई:
एडिशनल एसपी सतीश यादव ने बताया कि घटना में पीपला गांव के पांच असामाजिक तत्व शामिल हैं। दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि बाकी तीन की तलाश में पुलिस टीमें कोसी, पलवल और मथुरा में दबिश दे रही हैं। पुलिस के अनुसार, बदमाशों ने पहले दुकान पर विवाद किया और बाद में अशोक को निशाना बनाया।

परिजनों का गुस्सा, विधायक का आश्वासन:
घटना के बाद मृतक के परिजनों ने आरोपियों की गिरफ्तारी तक शव का पोस्टमार्टम कराने से इनकार कर दिया। पुलिस के आश्वासन के बाद वे माने। सोमवार सुबह मोर्च्युरी पर भरतपुर विधायक सुभाष गर्ग पहुंचे और परिजनों को शीघ्र न्याय का भरोसा दिलाया। गांव के करीब 50 लोग मोर्च्युरी पर जमा हुए, जहां घटना को लेकर भारी आक्रोश देखा गया।

परिवार का हाल:
अशोक अपने पीछे दो बेटों, ब्रजेश और सचिन (18), और बेटी भावना को छोड़ गए हैं। सचिन प्राइवेट नौकरी करता है, जबकि भावना ने हाल ही में BSTC परीक्षा पास की है।