बीकानेर | बीकानेर रेंज पुलिस ने नशा तस्करी के खिलाफ चलाए जा रहे विशेष अभियान “ऑपरेशन वज्र” के तहत एक बड़ी सफलता हासिल की है। रेंज पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) ओमप्रकाश पासवान के नेतृत्व में गठित विशेष टीम ने अंतरराष्ट्रीय हेरोइन तस्कर सोनू उर्फ हरीसिंह, जिसे सोनू सरदार के नाम से जाना जाता है, को हरियाणा से गिरफ्तार किया है। 10,000 रुपये के इनामी इस तस्कर पर श्रीगंगानगर जिले के घड़साना थाने में हेरोइन तस्करी का मामला दर्ज था, और वह लंबे समय से फरार चल रहा था।
तस्करी का मास्टरमाइंड
सोनू सरदार भारत-पाकिस्तान सीमा के जरिए बड़े पैमाने पर हेरोइन तस्करी में शामिल था। उसने राजस्थान, हरियाणा और पंजाब में अपने तस्करी के जाल को फैलाया हुआ था। सूत्रों के अनुसार, वह पाकिस्तानी तस्करों के साथ मिलकर भारत में नशीले पदार्थों की आपूर्ति करता था। उसका नेटवर्क इतना मजबूत था कि वह ड्रोन और अन्य आधुनिक तकनीकों का उपयोग कर सीमा पार से हेरोइन मंगवाता था।
भेष बदलकर छिपा था हरियाणा में
सोनू सरदार 2023 से पुलिस की रडार पर था, लेकिन वह बार-बार भेष बदलकर और अपनी पहचान छिपाकर हरियाणा में छिपा हुआ था। बीकानेर रेंज पुलिस की विशेष टीम ने गुप्त सूचनाओं और सटीक रणनीति के आधार पर उसे हरियाणा से धर दबोचा। यह गिरफ्तारी “ऑपरेशन वज्र” का हिस्सा है, जिसका मकसद नशा तस्करी और संगठित अपराध पर लगाम कसना है।
‘ऑपरेशन वज्र’ की रणनीति
आईजी ओमप्रकाश पासवान ने इस अभियान को नशा तस्करी के खिलाफ एक निर्णायक कदम बताया। उन्होंने कहा, “हमारा लक्ष्य न केवल तस्करों को पकड़ना है, बल्कि उनके पूरे नेटवर्क को ध्वस्त करना भी है। सोनू सरदार की गिरफ्तारी इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।” पुलिस अब सोनू से पूछताछ कर रही है ताकि उसके नेटवर्क के अन्य सदस्यों और अंतरराष्ट्रीय कनेक्शनों का पता लगाया जा सके।
श्रीगंगानगर से शुरू हुआ था मामला
सोनू के खिलाफ श्रीगंगानगर के घड़साना थाने में 2 किलोग्राम हेरोइन तस्करी का मामला दर्ज था। इस मामले में वह मुख्य आरोपी था और पुलिस की वांछित सूची में शामिल था। उसकी गिरफ्तारी से न केवल इस मामले में प्रगति होगी, बल्कि अन्य राज्यों में उसके नेटवर्क की गतिविधियों पर भी अंकुश लगेगा।
समाज पर तस्करी का असर
सोनू सरदार जैसे तस्करों का नेटवर्क नशे की लत को बढ़ावा देकर समाज, खासकर युवाओं, को बर्बाद कर रहा है। राजस्थान, हरियाणा और पंजाब जैसे राज्यों में नशा तस्करी एक गंभीर समस्या बन चुकी है। बीकानेर रेंज पुलिस का यह अभियान इस समस्या से निपटने की दिशा में एक मजबूत कदम है।
आगे की कार्रवाई
पुलिस सूत्रों के अनुसार, सोनू की गिरफ्तारी से उसके नेटवर्क के अन्य तस्करों और उनके ठिकानों का पता लगाने में मदद मिलेगी। बीकानेर रेंज पुलिस और अन्य एजेंसियां मिलकर इस नेटवर्क को पूरी तरह खत्म करने के लिए काम कर रही हैं। साथ ही, “ऑपरेशन वज्र” के तहत भविष्य में और सख्त कार्रवाइयां करने की योजना है।
नशा मुक्त समाज की ओर
सोनू सरदार की गिरफ्तारी नशा तस्करी के खिलाफ पुलिस की प्रतिबद्धता को दर्शाती है। यह कार्रवाई अन्य तस्करों के लिए भी एक चेतावनी है कि कानून का लंबा हाथ उन्हें किसी भी हाल में बख्शेगा नहीं। बीकानेर रेंज पुलिस की यह उपलब्धि समाज को नशा मुक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।