कोटा में दिल दहलाने वाली वारदात: युवक ने स्कूटी पर बैठी महिला वकील को गोली मारी, फिर खुद को उड़ाया

कोटा | राजस्थान के कोटा शहर में शुक्रवार देर रात एक सनसनीखेज घटना ने सभी को झकझोर कर रख दिया। एक युवक ने अपनी महिला मित्र, जो पेशे से वकील हैं, को सिर में गोली मार दी और फिर उसी पिस्तौल से खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। यह खौफनाक घटना मुकुंदरा वन विभाग कार्यालय के पास उस समय हुई, जब दोनों एक स्कूटी पर सवार थे। युवक की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि गंभीर रूप से घायल महिला को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने मामले की गहन जांच शुरू कर दी है और इसे आपसी विवाद से जोड़ा जा रहा है।


घटना का ब्यौरा

  • स्थान और समय: यह वारदात कोटा के आर.के. पुरम थाना क्षेत्र में मुकुंदरा वन विभाग कार्यालय के पास 11 जुलाई 2025 की रात करीब 12:30 बजे हुई।
  • युवक और महिला:
  • युवक: मृतक की पहचान करण (उपनाम गोपनीय) के रूप में हुई, जिसकी उम्र 25-30 वर्ष के बीच थी। पुलिस के अनुसार, करण का आपराधिक रिकॉर्ड रहा है, और उसके खिलाफ पहले भी कई मामले दर्ज थे।
  • महिला: घायल महिला एक वकील हैं, जिनकी उम्र 30-35 वर्ष के बीच है। उनके सिर में गोली लगी है, और वह कोटा के मेडिकल कॉलेज अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच जूझ रही हैं।
  • घटना का स्वरूप: दोनों स्कूटी पर एक साथ थे, जिसमें करण स्कूटी चला रहा था और महिला पीछे बैठी थी। अचानक करण ने महिला के सिर में गोली मारी और फिर खुद को गोली मार ली। स्थानीय लोगों की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की।

पुलिस की प्रारंभिक जांच

  • आपराधिक पृष्ठभूमि: पुलिस ने बताया कि करण का पहले से आपराधिक इतिहास रहा है, जिसमें मारपीट और धमकी जैसे मामले शामिल हैं। यह घटना उसकी आपराधिक मानसिकता का परिणाम हो सकती है।
  • रिश्ता: करण और महिला के बीच पिछले तीन साल से जान-पहचान थी। पुलिस को संदेह है कि दोनों के बीच किसी बात को लेकर गंभीर विवाद हुआ, जिसने इस हिंसक घटना को जन्म दिया।
  • हथियार: घटना में इस्तेमाल पिस्तौल अवैध थी। पुलिस इसकी उत्पत्ति और इसे हासिल करने के तरीके की जांच कर रही है।
  • बातचीत का बहाना: प्रारंभिक जांच में पता चला कि करण ने महिला को बातचीत के लिए बुलाया था और उसे स्कूटी पर मुकुंदरा वन विभाग कार्यालय के पास ले गया, जहां यह वारदात हुई।

मौके की स्थिति

  • गोलीबारी: देर रात सन्नाटे में गोली चलने की आवाज सुनकर स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे और पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने करण को खून से लथपथ मृत पाया, जबकि महिला गंभीर रूप से घायल थी।
  • अस्पताल में भर्ती: घायल महिला को तुरंत मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी हालत नाजुक बनी हुई है। सिर में गोली फंसी होने के कारण डॉक्टर सर्जरी की संभावना तलाश रहे हैं।
  • साक्ष्य: पुलिस ने घटनास्थल से पिस्तौल, स्कूटी, और अन्य साक्ष्य जब्त किए हैं। करण के शव का पोस्टमॉर्टम हो चुका है।

पुलिस और चिकित्सकीय कार्रवाई

  • पुलिस की जांच: आर.के. पुरम थाना पुलिस ने हत्या और आत्महत्या का मामला दर्ज किया है। घटनास्थल का मुआयना किया गया और आसपास के CCTV फुटेज खंगाले जा रहे हैं।
  • चिकित्सा स्थिति: अस्पताल सूत्रों के अनुसार, महिला की हालत गंभीर है, और सिर में गोली के कारण उनकी जान को खतरा बना हुआ है।
  • आगे की जांच: पुलिस करण के आपराधिक रिकॉर्ड, उसके संपर्कों, और इस घटना के पीछे के मकसद की गहराई से जांच कर रही है।

सामाजिक और स्थाiनीय प्रभाव

  • सनसनी और दहशत: कोटा में इस घटना ने स्थानीय लोगों में दहशत फैला दी है। मुकुंदरा वन विभाग कार्यालय जैसे शांत क्षेत्र में ऐसी वारदात ने सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं।
  • सोशल मीडिया पर चर्चा: X पर इस घटना को लेकर लोग हैरानी और दुख जता रहे हैं। कई यूजर्स ने इसे व्यक्तिगत विवाद से जोड़ा, हालांकि पुलिस ने इसकी पुष्टि नहीं की है।
  • वकील समुदाय में रोष: महिला के वकील होने के कारण कोटा के वकील समुदाय में इस घटना को लेकर आक्रोश है। कुछ वकील संगठनों ने त्वरित जांच की मांग की है।

संभावित कारण

  • आपसी विवाद: पुलिस का मानना है कि करण और महिला के बीच लंबे समय से चली आ रही रंजिश इस घटना का कारण हो सकती है।
  • आपराधिक प्रवृत्ति: करण का आपराधिक रिकॉर्ड इस घटना को और गंभीर बनाता है। पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि क्या यह सुनियोजित था।
  • अटकलें: स्थानीय लोग इसे प्रेम-प्रसंग से जोड़ रहे हैं, लेकिन पुलिस ने इसे केवल अटकलबाजी बताया और कहा कि जांच पूरी होने के बाद ही सही कारण स्पष्ट होगा।

कोटा में हुई यह दुखद घटना समाज में बढ़ते तनाव और हिंसक प्रवृत्तियों को उजागर करती है। एक युवक का अपनी मित्र को गोली मारना और फिर आत्महत्या करना न केवल पीड़ित परिवारों, बल्कि पूरे समाज के लिए एक चेतावनी है। अवैध हथियारों की आसान उपलब्धता और आपराधिक तत्वों पर लगाम न लगना इस तरह की घटनाओं को बढ़ावा देता है। पुलिस को इस मामले की तह तक जाना होगा और भविष्य में ऐसी वारदातों को रोकने के लिए कड़े कदम उठाने होंगे। साथ ही, समाज को भी आपसी विवादों को सुलझाने के लिए शांतिपूर्ण रास्ते अपनाने की जरूरत है।