अलवर: नटनी का बारा से अलवर तक सड़क चौड़ीकरण, 250 से अधिक किसानों की जमीन होगी अधिग्रहित, 178 करोड़ रुपये का होगा खर्च

अलवर । राजस्थान के अलवर जिले में राष्ट्रीय राजमार्ग (NH-248A) के तहत नटनी का बारा से अलवर तक 14.5 किलोमीटर सड़क को चौड़ा करने की महत्वाकांक्षी परियोजना शुरू होने जा रही है। इस परियोजना का उद्देश्य यातायात को सुगम करना, यात्रा समय को कम करना और सड़क दुर्घटनाओं को रोकना है। परियोजना के तहत सड़क की मौजूदा 5.5 मीटर चौड़ाई को बढ़ाकर 10 मीटर किया जाएगा, साथ ही ढाई पेड़ी से अकबरपुर के बीच खतरनाक मोड़ों को खत्म करने के लिए 1.53 किलोमीटर नई सड़क और एक किलोमीटर लंबा चार-लेन फ्लाईओवर भी बनाया जाएगा।

परियोजना की मुख्य विशेषताएं

  • मार्ग और दायरा: परियोजना में नटनी का बारा से अलवर तक 14.5 किलोमीटर और नटनी का बारा से ढाई पेड़ी, नारायणपुर होते हुए थानागाजी तक 11.5 किलोमीटर सड़क का चौड़ीकरण शामिल है। सड़क के दोनों ओर 1.5-1.5 मीटर का बर्म बनाया जाएगा।
  • लागत: सड़क निर्माण के लिए 88 करोड़ रुपये और मुआवजे के लिए 90 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है, जिससे कुल लागत लगभग 178 करोड़ रुपये होगी।
  • जमीन अधिग्रहण: परियोजना के लिए 250 से अधिक किसानों की जमीन अधिग्रहित की जाएगी। मुआवजे के लिए प्रशासन द्वारा जल्द ही अवार्ड घोषित किया जाएगा।
  • फ्लाईओवर और सुरक्षा: ढाई पेड़ी से अकबरपुर के बीच बनने वाला चार-लेन फ्लाईओवर 60 मीटर लंबे पुल और दोनों ओर 7.5 मीटर की सर्विस लेन के साथ तैयार होगा, जिससे खतरनाक मोड़ों की समस्या खत्म होगी।
  • समयसीमा: परियोजना का कार्य दिसंबर 2024 में शुरू हुआ था और इसे 1.5 वर्ष में पूरा करने का लक्ष्य है। हालांकि, ग्राम पंचायत चुनावों के कारण कुछ देरी संभव है।

क्या होगा फायदा?

यह परियोजना अलवर से जयपुर की दूरी को कम करेगी और यात्रा समय को 40-45 मिनट से घटाकर लगभग 20 मिनट कर देगी। इसके अलावा, यह परियोजना सरिस्का में प्रस्तावित 23 किलोमीटर लंबी एलिवेटेड रोड से भी जुड़ेगी, जो केंद्र सरकार के विचाराधीन है। सड़क की जर्जर स्थिति और संकरी चौड़ाई के कारण होने वाली दुर्घटनाओं को कम करने में भी यह परियोजना महत्वपूर्ण साबित होगी।

काम में प्रगति

ठेकेदार कंपनी RGB Engineers Limited, गाजियाबाद ने धर्मपुरा में मिक्सर प्लांट लगाने की अनुमति मांगी है। परियोजना के पहले चरण में सड़क की सफाई और बिजली के पोल हटाने (पोल शिफ्टिंग) का काम शुरू हो चुका है, जो 2-4 दिनों में तेजी पकड़ेगा। जमीन अधिग्रहण और मुआवजा वितरण की प्रक्रिया भी समानांतर चल रही है।

क्षेत्रीय विकास को मिलेगा बढ़ावा

यह परियोजना न केवल यातायात को सुगम बनाएगी, बल्कि क्षेत्रीय कनेक्टिविटी और आर्थिक विकास को भी बढ़ावा देगी। अलवर और आसपास के क्षेत्रों में पर्यटन और व्यापार को गति मिलने की उम्मीद है, खासकर सरिस्का जैसे पर्यटक स्थलों के लिए।