बीकानेर | की शान बीकानेर अब सुरक्षा और अनुशासन के मामले में नया इतिहास रचने जा रहा है। जिला प्रशासन ने शहर को अपराधमुक्त और यातायात के लिहाज से व्यवस्थित बनाने के लिए एक अभूतपूर्व योजना शुरू की है। इसके तहत बीकानेर के चार प्रमुख प्रवेश द्वार—हल्दीराम प्याऊ, भीनासर, नापासर फांटा, और करमीसर फांटा—को पूरी तरह सील कर 24 घंटे पुलिस की चौकसी और सीसीटीवी की ‘तीसरी आंख’ से लैस किया जा रहा है। यह कदम शहर को अपराध, अवैध खनन, और यातायात अव्यवस्था से मुक्त करने की दिशा में क्रांतिकारी साबित होगा।
चार नाकों पर कड़ा पहरा, तकनीक का तड़का
बीकानेर में प्रवेश करने वाले हर वाहन और व्यक्ति पर अब पैनी नजर रहेगी। इन चारों नाकों पर पुलिस चौकियां अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित होंगी:
- हाई-टेक सीसीटीवी: हर नाके पर हाई-डेफिनिशन कैमरे हर गतिविधि को रिकॉर्ड करेंगे, जो अभय कमांड सेंटर से जुड़े होंगे।
- पुलिसकर्मियों के बॉडी कैमरे: पारदर्शिता के लिए सभी पुलिसकर्मी बॉडीवॉर्न कैमरों से लैस होंगे।
- स्मार्ट चेकिंग सिस्टम: ब्रीथ एनालाइजर, ऑनलाइन चालान मशीनें, और वायरलेस सेट से त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित होगी।
- हरियाली और सौंदर्यीकरण: नाकों पर पौधरोपण और डिवाइडर सज्जा से पर्यावरण और सौंदर्य का भी ध्यान रखा जा रहा है।
नापासर फांटा इस दिशा में एक मॉडल के रूप में तैयार हो चुका है, जहां गुमटी, बेरिकेड्स, और सीसीटीवी का काम पूरा हो गया है। बाकी नाकों पर भी तेजी से काम चल रहा है, जो इस माह के अंत तक पूर्ण हो जाएगा।
अवैध गतिविधियों पर लगाम, यातायात होगा सुगम
यातायात पुलिस प्रभारी नरेश निर्वाण ने बताया, “यह योजना अवैध खनन, ओवरलोड वाहनों, और संदिग्ध गतिविधियों पर शिकंजा कसेगी। साथ ही, शहर के सभी ट्रैफिक सिग्नलों को टाइमर के साथ अपग्रेड किया जा रहा है, ताकि जाम की समस्या खत्म हो।” नाकों पर वाहनों के दस्तावेजों की जांच के साथ-साथ संदिग्ध सामग्री की स्कैनिंग भी होगी।
पुलवामा हमले से सबक: डिजिटल निगरानी पर जोर
2019 के पुलवामा आतंकी हमले में विस्फोटकों की ऑनलाइन खरीद के खुलासे ने देश को चौंकाया था। इसे ध्यान में रखते हुए, बीकानेर पुलिस ने डिजिटल निगरानी को मजबूत करने का फैसला किया है। नाकों पर विशेष स्कैनर और डेटाबेस चेकिंग सिस्टम लगाए जा रहे हैं, ताकि कोई भी प्रतिबंधित सामग्री शहर में न घुस सके।
शहरवासियों की राय: उम्मीद के साथ सवाल
बीकानेर के लोग इस पहल से उत्साहित हैं। स्थानीय निवासी प्रिया राठौड़ ने कहा, “यह शहर की सुरक्षा और व्यवस्था के लिए शानदार कदम है।” हालांकि, कुछ व्यापारियों ने चिंता जताई कि जांच प्रक्रिया से यातायात में देरी न हो। प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि तकनीक के उपयोग से जांच तेज और प्रभावी होगी।
बीकानेर बनेगा रोल मॉडल
600 से अधिक सीसीटीवी कैमरों से लैस अभय कमांड सेंटर पहले से ही शहर की निगरानी कर रहा है। अब चारों नाकों की यह हाई-टेक व्यवस्था बीकानेर को देश का एक अनुकरणीय शहर बनाएगी। यह योजना न केवल अपराध पर नियंत्रण करेगी, बल्कि यातायात अनुशासन और पर्यावरण संरक्षण में भी योगदान देगी।
रिपोर्ट: TharToday.com