बीकानेर: नोखा पंचायत समिति में BDO-VDO के बीच मारपीट, गंभीर रूप से घायल VDO का इलाज जारी

नोखा, बीकानेर | नोखा पंचायत समिति परिसर में 8 जुलाई को एक चौंकाने वाली घटना सामने आई, जिसमें ब्लॉक डेवलपमेंट ऑफिसर (BDO) भोम सिंह इंदा और ग्राम विकास अधिकारी (VDO) रामनिवास भादू के बीच तीखी बहस ने हिंसक रूप ले लिया। इस मारपीट में VDO रामनिवास भादू गंभीर रूप से घायल हो गए, और उन्हें बीकानेर के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया है, जहां उनकी स्थिति गंभीर बनी हुई है।

घटना का ब्यौरा

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, BDO भोम सिंह इंदा और VDO रामनिवास भादू के बीच किसी प्रशासनिक कार्य को लेकर शुरूआती तौर पर तीखी नोकझोंक हुई। सूत्रों का कहना है कि यह विवाद BDO द्वारा कार्य में बाधा डालने और कथित रूप से रिश्वत की मांग को लेकर उभरा। बहस जल्द ही हिंसक हो गई, और इस दौरान रामनिवास भादू को गंभीर चोटें आईं, विशेष रूप से उनके निजी अंगों पर।

घटना के बाद स्थानीय लोगों का जमावड़ा पंचायत समिति परिसर में लग गया, और पुलिस ने दोनों पक्षों को नोखा थाने ले जाकर जांच शुरू की। अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि इस मामले में औपचारिक FIR दर्ज हुई है या नहीं।

भ्रष्टाचार के पुराने आरोप

BDO भोम सिंह इंदा पहले भी भ्रष्टाचार के आरोपों के घेरे में रहे हैं। स्थानीय लोगों और VDO संघ के जिला अध्यक्ष रामनिवास भादू ने दावा किया है कि BDO द्वारा रिश्वत के लिए काम अटकाने की शिकायतें लंबे समय से थीं। इस घटना ने इन आरोपों को और हवा दी है, जिससे प्रशासनिक कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं।

सामाजिक और प्रशासनिक प्रतिक्रिया

इस घटना ने स्थानीय समुदाय में आक्रोश पैदा कर दिया है। सामाजिक कार्यकर्ता और स्थानीय लोग BDO के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। कुछ ने तो उनकी तत्काल बर्खास्तगी और गिरफ्तारी की मांग भी उठाई है। VDO संघ ने भी इस मामले में कड़ा रुख अपनाते हुए घायल रामनिवास भादू के समर्थन में आवाज बुलंद की है।

पुलिस जांच और इलाज की स्थिति

पुलिस ने दोनों पक्षों से पूछताछ शुरू की है, लेकिन अभी तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है। दूसरी ओर, रामनिवास भादू का बीकानेर के ट्रॉमा सेंटर में इलाज चल रहा है। चिकित्सकों के अनुसार, उनकी स्थिति स्थिर लेकिन गंभीर बनी हुई है।

प्रशासन की चुप्पी

जिला प्रशासन ने इस मामले पर अभी तक कोई स्पष्ट टिप्पणी नहीं की है। लोगों में इस बात को लेकर नाराजगी है कि प्रशासनिक अधिकारियों के बीच इस तरह की हिंसक घटना से नोखा पंचायत समिति की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं।

आगे की मांग

स्थानीय लोगों और संगठनों ने सरकार से इस मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है। साथ ही, यह भी मांग की जा रही है कि भ्रष्टाचार के पुराने आरोपों की भी जांच हो ताकि इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकी जा सके।

लेखक: TharToday.com