नागौर जिले के जोधियासी गांव में सोमवार रात को अचानक तनाव की स्थिति पैदा हो गई। यहाँ कई लोग बिना प्रशासनिक अनुमति और ग्राम पंचायत की स्वीकृति के ही महाराजा सूरजमल की मूर्ति लगाने का प्रयास कर रहे थे। यह घटना करीब रात 1 बजे की है, जब स्थानीय लोगों को पता चला तो बड़ी संख्या में ग्रामीण अपने विरोध में जमा हो गए और उन्होंने इसका विरोध किया।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि इस कार्रवाई का मकसद धार्मिक आस्था नहीं, बल्कि राजनीतिक स्वार्थ है। उनका कहना है कि यह सार्वजनिक स्थल है, और किसी भी स्थाई संरचना या मूर्ति को लगाने से पहले जिला प्रशासन और ग्राम पंचायत से अनुमति लेना जरूरी है। इससे पहले भी उसी जगह पर मूर्ति लगाने का प्रयास किया गया था, जिसे स्थानीय लोगों के विरोध के चलते रुकवा दिया गया था।
स्थिति गंभीर होने पर, जिला प्रशासन ने तुरंत ही भारी पुलिस बल और रैपिड एक्शन फोर्स (RAC) की तीन कंपनियों को मौके पर तैनात कर दिया है। पुलिस और प्रशासन के अधिकारी मौके पर मौजूद हैं और दोनों पक्षों के बीच बातचीत कर शांति स्थापित करने का प्रयास कर रहे हैं। अभी भी वहाँ ग्रामीणों का धरना जारी है, और माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है, लेकिन पुलिस की मौजूदगी से स्थिति नियंत्रित है।
मामले में नागौर SSP श्री मृदुल कच्छावा ने कहा कि सोशल मीडिया और समाचार रिपोर्ट के अनुसार, रात को एक पक्ष ने बिना अनुमति के मूर्ति लगाई थी, जिसके विरोध में ग्रामीणों ने जोरदार प्रदर्शन किया। पुलिस निगरानी में है और आगे की कार्रवाई जिला प्रशासन की मंजूरी के अनुसार की जाएगी।
