बीकानेर रेलवे स्टेशन की सुरक्षा व्यवस्था सोमवार को दिल्ली के लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास हुए कार धमाके के बाद हाई अलर्ट पर आ गई। मंगलवार (11 नवंबर 2025) को आरपीएफ अधिकारियों और जवानों ने सभी आने-जाने वाली ट्रेनों, यात्रियों और सामान की सघन जांच अभियान चलाया। डॉग स्क्वॉड की मदद से संदिग्ध बैग-वस्तुओं की तलाशी ली गई। यह कार्रवाई देशभर के रेलवे स्टेशनों पर बढ़ी सुरक्षा का हिस्सा है।
घटना का पृष्ठभूमि और अलर्ट
दिल्ली के लाल किला मेट्रो गेट नंबर 1 के पास 10 नवंबर को हुई i20 कार (HR-26-CE 7674) में ब्लास्ट (10 मौतें, 24 घायल) के बाद गृह मंत्रालय ने पूरे देश में हाई अलर्ट जारी किया। NIA, NSG और दिल्ली पुलिस UAPA के तहत जांच कर रही, पुलवामा कनेक्शन संदिग्ध। राजस्थान में बीकानेर, जोधपुर, जैसलमेर जैसे बॉर्डर जिलों में विशेष सतर्कता। रेल मंत्रालय ने सभी स्टेशनों पर आरपीएफ को निर्देश दिए—CC टीवी निगरानी, वाहन चेकिंग और संदिग्धों की पहचान।
बीकानेर रेलवे स्टेशन (मंडल मुख्यालय) पर सुबह से ही अभियान शुरू। आरपीएफ इंस्पेक्टर राजेश कुमार ने बताया, “सभी प्लेटफॉर्म, पार्सल और पार्किंग पर गहन जांच। यात्रियों को सहयोग मांगा गया।” डॉग स्क्वॉड ने 20+ ट्रेनों की चेकिंग की, कोई संदिग्ध नहीं मिला।
जांच अभियान का विवरण
- ट्रेन चेकिंग: हर ट्रेन (जैसे साबरमती एक्सप्रेस, बीकानेर-जोधपुर पैसेंजर) के डिब्बों, बोगी और सामान की तलाशी। यात्रियों से ID वेरिफिकेशन।
- डॉग स्क्वॉड: बम स्निफर डॉग्स ने पार्सल वैन, वेटिंग हॉल और पार्किंग की जांच की। संदिग्ध बैग खुले।
- अन्य उपाय: CC टीवी 24×7 मॉनिटर, फ्रिस्किंग पॉइंट बढ़ाए। रेलवे ने यात्रियों से सतर्क रहने की अपील की।
- प्रभाव: थोड़ी देरी हुई, लेकिन सुरक्षा प्राथमिक। कोई हादसा नहीं।
राजस्थान और बीकानेर में प्रभाव
राजस्थान में जयपुर, बीकानेर, जोधपुर रेलवे स्टेशनों पर समान अभियान। ATS आईजी विकास कुमार: “धार्मिक स्थल, बस स्टैंड पर भी निगरानी।” बीकानेर SP ने कहा, “बॉर्डर प्रभावित, सभी एजेंसियां समन्वय में।” लाल किला ब्लास्ट के बाद राजस्थान में हाई अलर्ट, संदिग्धों की तलाश।
