बालोतरा, 4 नवंबर 2025 – राजस्थान के बालोतरा जिले के जसोल थाना क्षेत्र के टपरा गांव में एक ऐसी सनसनीखेज घटना ने पूरे इलाके को सदमे की चपेट में ले लिया है। 32 वर्षीय ममता ने कथित रूप से अपने तीन मासूम बच्चों – 7 वर्षीय नवीन, 4 वर्षीय रुगाराम और छह महीने की मानवी – को खेत में बनी पानी की टंकी में डुबो दिया। इसके बाद वह खुद भी उसी टंकी में कूदकर आत्महत्या कर ली। घटना 22 अक्टूबर 2025 की रात की है, लेकिन अब जाकर इसकी पूरी तह तक पहुंची जा रही है।
घटना का दिल दहला देने वाला विवरण
ममता अपने परिवार के साथ खेत में फसल कटाई के लिए रह रही थी। रात करीब 11:30 बजे, जब परिवार के अन्य सदस्य सो चुके थे, ममता ने अपने तीनों बच्चों को उठाया और खेत के टांके की ओर ले गई। वहां पहले बच्चों को एक-एक कर टंकी में फेंका, फिर खुद कूद पड़ी। सुबह सास ने घर में किसी को न देखकर खोजा तो टंकी के किनारे ममता के चप्पल नजर आए। झांकते ही चारों शव दिखे। सास ने तुरंत गांववालों और पुलिस को सूचना दी।
स्थानीय लोग और पुलिस ने मिलकर शव निकाले और पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा। प्रारंभिक जांच में इसे आत्महत्या का मामला माना जा रहा है। ममता के पति अंडाराम पटेल बेंगलुरु में मेडिकल दुकान चलाते हैं, जबकि अन्य परिवार के सदस्य आसपास रहते हैं। घटना के पीछे पारिवारिक विवाद या आर्थिक तंगी को मुख्य कारण बताया जा रहा है।
पुलिस की गहन जांच
सिवाना DSP नीरज शर्मा ने बताया, “पुलिस पूरी तहकीकात कर रही है। परिवार के बाकी सदस्यों से पूछताछ जारी है। प्रथम दृष्टया पारिवारिक कलह या आर्थिक दबाव इस दर्दनाक कदम का कारण लग रहा है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद और स्पष्टता आएगी।” पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ IPC की धारा 302 (हत्या) और आत्महत्या से जुड़ी धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। गांव केरला प्याऊ के पास हुई इस घटना ने पुलिस को सतर्क कर दिया है।
सामाजिक सदमा और मांगें
यह घटना टपरा गांव सहित बालोतरा क्षेत्र को शोक में डुबो चुकी है। महिला संगठनों ने सड़कों पर प्रदर्शन शुरू कर दिए हैं। उन्होंने बच्चों की सुरक्षा के लिए सख्त कानून, जागरूकता अभियान और काउंसलिंग सेंटर बढ़ाने की मांग की है। स्थानीय लोगों का कहना है, “ऐसी घटनाएं परिवारों की मजबूती पर सवाल उठाती हैं। जरूरी है कि समय पर मदद मिले।”
DSP नीरज शर्मा का संदेश: “ऐसी विपत्तियों से बचने के लिए परिवारों को एकजुट रहना होगा। कोई समस्या हो तो पुलिस या हेल्पलाइन से संपर्क करें।”
यह दर्दनाक घटना राजस्थान में मानसिक स्वास्थ्य और पारिवारिक विवादों पर बहस छेड़ रही है। पुलिस ने गांव में विशेष निगरानी बढ़ा दी है।
