नोखा में हिस्ट्रीशीटर मदन बिश्नोई पकड़ा: वायरल फायरिंग वीडियो से खुलासा, मुकाम गांव में दहशत मिटेगी?

बीकानेर: राजस्थान के बीकानेर जिले के नोखा थाना इलाके में पुलिस ने कुख्यात हिस्ट्रीशीटर मदन बिश्नोई को गिरफ्तार कर लिया। 13 अक्टूबर को मुकाम गांव में हवा में अंधाधुंध फायरिंग करने वाला वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद पुलिस हरकत में आई। दादागिरी दिखाने के इस कारनामे से ग्रामीण दहशत में थे, लेकिन एसपी कावेंद्र सिंह सागर के नेतृत्व में नोखा पुलिस की त्वरित कार्रवाई ने आरोपी को उसके अड्डे से दबोच लिया। गिरफ्तारी से उसके साथी भी खौफजदा हैं, और पुलिस अब पूरे गिरोह पर निशाना साध रही है।

मुकाम गांव में फायरिंग का खौफनाक मंजर

13 अक्टूबर की शाम मुकाम गांव में मदन बिश्नोई और उसके साथियों ने हवा में ताबड़तोड़ फायरिंग की, जो वीडियो में साफ दिखाई दी। बदमाशों का मकसद साफ था – आम लोगों में भय पैदा कर अपनी तूती बोलना। ग्रामीण घरों में दुबक गए, बच्चे रोने लगे, और पूरा गांव सनसनी में डूब गया। वीडियो वायरल होते ही सोशल मीडिया पर हंगामा मच गया, जिसके बाद नोखा पुलिस ने तुरंत जांच शुरू की। वीडियो की सत्यापन के बाद एफआईआर दर्ज हुई, और मुखबिरों की टिप्स पर छापेमारी की गई।

भाग्यवश कोई हताहत नहीं हुआ, लेकिन घटना ने क्षेत्रीय शांति को झकझोर दिया। ग्रामीणों ने बताया, “रात भर नींद नहीं आई। ये लोग गांव में राज करते थे, अब पुलिस को धन्यवाद।” फायरिंग के पीछे पुरानी रंजिश या फिरौती का कोण भी सामने आ रहा है।

मदन बिश्नोई का काला इतिहास: दर्जनों केस, फरारी का खेल

नोखा का यह बदमाश कोई नया खिलाड़ी नहीं। मदन के नाम पर हत्या, हत्या का प्रयास, फिरौती, लूट और मारपीट के 20 से ज्यादा मुकदमे हैं। उसके गिरोह ने बीकानेर के ग्रामीण इलाकों में दादागिरी का बोलबाला था। कई बार पुलिस की घेराबंदी में फरार हो चुका, लेकिन इस बार वायरल वीडियो ने उसकी कमर तोड़ दी। गिरफ्तारी में उसके साथ एक पिस्टल और कारतूस भी बरामद हुए। आईपीसी की धारा 307 (हत्या प्रयास), 506 (धमकी) और आर्म्स एक्ट के तहत केस चलेगा। पूछताछ में उसके साथियों के नाम उगलवा रही पुलिस।

पुलिस का ‘ऑपरेशन डर’: एसपी के आदेश पर छापेमारी

एसपी कावेंद्र सिंह सागर के सख्त निर्देश पर अतिरिक्त एसपी ग्रामीण कैलाश सांदू, नोखा सीओ हिमांशु शर्मा और थानाध्यक्ष अरविंद भारद्वाज की टीम ने रातभर का अभियान चलाया। वीडियो ट्रैकिंग से मदन का लोकेशन पकड़ा गया, और उसके नोखा के एक छिपे ठिकाने से उसे धर दबोचा। एसपी सागर ने कहा, “अपराधियों में भय, आमजन में विश्वास – यही हमारा मंत्र। सोशल मीडिया अपराधी वीडियो न अपलोड करें, वरना आईटी एक्ट के तहत कार्रवाई होगी।”

गांव में राहत, लेकिन सतर्कता जरूरी

गिरफ्तारी की खबर से मुकाम गांव में खुशी की लहर दौड़ गई। ग्रामीणों ने पुलिस का स्वागत किया और सुरक्षा बढ़ाने की मांग की। यह सफलता बीकानेर के बढ़ते संगठित अपराध पर ब्रेक लगाने का संकेत है, लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि ग्रामीण इलाकों में पैट्रोलिंग और मुखबिर नेटवर्क मजबूत करने की जरूरत है। क्या यह गिरफ्तारी मदन के गिरोह का अंत है, या नया अध्याय शुरू?

(रिपोर्ट पुलिस ब्रीफिंग, स्थानीय स्रोतों और वीडियो विश्लेषण पर आधारित। ताजा अपडेट के लिए हमारे पोर्टल से जुड़े रहें।)