बीकानेर : बीकानेर का नाल एयरपोर्ट आज एक गंभीर सुरक्षा लापरवाही का गवाह बना। पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के आगमन के दौरान सुरक्षा इंतजामों की पोल खुल गई। एयरपोर्ट परिसर में सैकड़ों कार्यकर्ताओं और नेताओं की भीड़ उमड़ आई, लेकिन बिना किसी पास या अनुमति के कई लोग आसानी से अंदर प्रवेश कर गए। यह घटना न केवल सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़ी करती है, बल्कि संभावित खतरे की घंटी भी बजा रही है।
बिना पास प्रवेश: विधायकों को भी रोका गया, कार्यकर्ताओं को रास्ता साफ
वसुंधरा राजे के स्वागत में पहुंचे कई विधायक (MLAs) एयरपोर्ट गेट पर लंबे समय तक इंतजार करते नजर आए, क्योंकि उनके पास वैध पास नहीं था। विडंबना यह रही कि उधर बिना किसी औपचारिक अनुमति के कार्यकर्ता और अन्य लोग खुलेआम अंदर घुसते चले गए। एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया, “सुरक्षाकर्मी नदारद थे। भीड़ का फायदा उठाकर कोई भी अंदर पहुंच गया। अगर कोई संवेदनशील जानकारी वाला व्यक्ति होता, तो हालात क्या होते?”
एयरपोर्ट जैसे संवेदनशील स्थल पर बिना चेकिंग के प्रवेश सामान्यतः असंभव माना जाता है, लेकिन नाल एयरपोर्ट पर यह नियम पूरी तरह धता रह गया। सेना और सीआईएसएफ की संयुक्त जिम्मेदारी वाले इस क्षेत्र में सुरक्षाकर्मियों की अनुपस्थिति ने सबको हैरान कर दिया।
विशेषज्ञों की चेतावनी: हादसे का खतरा बढ़ा
सुरक्षा विशेषज्ञों ने इस घटना को ‘गंभीर खतरे की शुरुआत’ करार दिया है। एक विशेषज्ञ ने कहा, “बड़े नेताओं के दौरे के दौरान सुरक्षा ‘चाक-चौबंद’ होने का दावा किया जाता है, लेकिन ऐसी चूक किसी अप्रिय घटना को जन्म दे सकती है। तत्काल जांच जरूरी है।” उन्होंने मांग की है कि जिम्मेदार अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई हो, ताकि भविष्य में ऐसी लापरवाही न हो।
प्रशासन की चुप्पी, जनता का आक्रोश
घटना के बाद स्थानीय प्रशासन की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। कार्यकर्ताओं और स्थानीय लोगों में आक्रोश व्याप्त है। कई संगठनों ने एयरपोर्ट अथॉरिटी से उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। यह घटना न केवल बीकानेर बल्कि पूरे राजस्थान में एयरपोर्ट सुरक्षा पर बहस छेड़ सकती है।
