बीकानेर : पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से राजस्थान में मौसम ने करवट ली है। सोमवार को बीकानेर और आसपास के इलाकों में रिमझिम से मूसलाधार बारिश हुई, जिससे तापमान में गिरावट आई और वातावरण सुहावना हो गया। ग्रामीण क्षेत्रों में भी बरसात के समाचार हैं, जबकि कोलायत में चने के आकार के ओलों ने किसानों की चिंता बढ़ा दी। राज्य के अन्य हिस्सों, खासकर हाड़ौती अंचल में रविवार रात से सोमवार सुबह तक बारिश का दौर चला, जिससे नदियां-नाले उफान पर आ गए और बांधों के गेट खोले गए।
बीकानेर का मौसम: रविवार रात से शुरू हुई बरसात
रविवार देर रात बादल छाए और तड़के ही हल्की बूंदाबांदी शुरू हो गई, जो कुछ देर चली। पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से अधिकतम तापमान में कमी दर्ज की गई, जो सामान्य से नीचे रहा। कोलायत में ओलावृष्टि ने फसलों को नुकसान पहुंचाने का खतरा पैदा कर दिया। किसानों ने सावधानी बरतने की अपील की है।
हाड़ौती में भारी तबाही: 100 एमएम बारिश
हाड़ौती क्षेत्र में रविवार रात से मूसलाधार बारिश का सिलसिला जारी रहा। भैंसरोढ़गढ़ में सर्वाधिक 100 एमएम वर्षा दर्ज हुई, जिससे सड़कें पानी से लबालब हो गईं। नागदी बाजार में तेज बहाव से कुछ गाड़ियां और एक सिलेंडर बहने लगा, लेकिन स्थानीय लोगों ने इन्हें बचा लिया। निचले इलाकों में जलभराव हो गया, और नदी-नालों में उफान आने से बांधों के गेट खोलने पड़े।
अलर्ट जारी: मंगलवार को तूफानी बारिश की चेतावनी
मौसम विभाग ने 7 अक्टूबर को जोधपुर और बीकानेर संभाग में बारिश की गतिविधियां कम होने का अनुमान जताया है, लेकिन जयपुर, भरतपुर, अजमेर, कोटा, उदयपुर संभागों में हवाओं के साथ तूफानी बारिश जारी रह सकती है। कई जिलों में येलो अलर्ट जारी है। 8 अक्टूबर से राज्य के अधिकांश भागों में शुष्क मौसम लौटेगा, और अगले एक सप्ताह तक सूखा पन रहेगा।
यह मौसमी बदलाव किसानों के लिए चुनौतीपूर्ण है, लेकिन शहरवासियों को गर्मी से राहत मिली है। प्रशासन ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्य तेज कर दिए हैं।
