त्योहारी सीजन में LPG कीमतों में उछाल, कॉमर्शियल सिलेंडर 15 रुपये महंगा

नई दिल्ली/जयपुर, 1 अक्टूबर 2025: त्योहारी सीजन की शुरुआत के साथ ही पेट्रोलियम कंपनियों (HPCL, BPCL, IOCL) ने आज एलपीजी कीमतों की समीक्षा के बाद बड़ा फैसला लिया है। कंपनियों ने कॉमर्शियल उपयोग के गैस सिलेंडर की कीमतों में 15 रुपये की वृद्धि की घोषणा की है, जबकि घरेलू सिलेंडर की कीमतों को अपरिवर्तित रखा गया है। यह बदलाव आज से पूरे देश में लागू हो गया है, जिसका असर व्यापारियों और छोटे व्यवसायों पर पड़ सकता है।

कॉमर्शियल सिलेंडर की नई कीमत

राजस्थान एलपीजी डिस्ट्रीब्यूटर्स एसोसिएशन के प्रदेशाध्यक्ष दीपक गहलोत के अनुसार, कंपनियों द्वारा जारी नई रेट लिस्ट के तहत राजस्थान में 19 किलोग्राम वाले कॉमर्शियल गैस सिलेंडर की कीमत अब 1608.50 रुपये से बढ़कर 1623.50 रुपये हो गई है। इस साल कीमतों में यह पहला इजाफा है। हालांकि, इससे पहले सितंबर में कंपनियों ने कॉमर्शियल सिलेंडर पर 51 रुपये की कटौती की थी, जबकि अगस्त में 34 रुपये और जुलाई में 58 रुपये की राहत दी गई थी। पूरे साल पर नजर डालें तो मई में 24.50 रुपये, अप्रैल में 40.50 रुपये, जनवरी में 14.50 रुपये, और फरवरी में 6 रुपये की कमी भी दर्ज की गई थी। इस तरह, कीमतों में उतार-चढ़ाव का सिलसिला जारी है।

घरेलू सिलेंडर की कीमतें स्थिर

उपभोक्ताओं के लिए राहत की खबर यह है कि घरेलू उपयोग के सिलेंडर की कीमतों में कोई बदलाव नहीं हुआ है। वर्तमान में 14.2 किलोग्राम का घरेलू सिलेंडर 856.50 रुपये में उपलब्ध रहेगा। साथ ही, राज्य सरकार बीपीएल परिवारों और उज्जवला योजना के लाभार्थियों को सब्सिडी के तहत सस्ती दरों पर गैस सिलेंडर उपलब्ध करा रही है, जो गरीब तबके के लिए सहारा बना हुआ है।

व्यापारियों पर बढ़ेगा बोझ

कॉमर्शियल सिलेंडर की कीमत बढ़ने से होटल, रेस्तरां, और छोटे-मोटे व्यापारिक प्रतिष्ठानों पर अतिरिक्त आर्थिक दबाव पड़ सकता है, खासकर त्योहारी सीजन में जब मांग आमतौर पर चरम पर होती है। व्यापारी संगठनों ने इस बढ़ोतरी पर चिंता जताई है और सरकार से हस्तक्षेप की मांग की है ताकि छोटे कारोबारियों को राहत मिल सके।

भविष्य की संभावनाएं

पेट्रोलियम कंपनियों का कहना है कि कीमतों में यह बदलाव अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल और गैस की कीमतों के आधार पर किया गया है। विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले महीनों में भी कीमतों में उतार-चढ़ाव जारी रह सकता है, खासकर अगर वैश्विक ऊर्जा बाजार में अस्थिरता बनी रही। उपभोक्ताओं और व्यापारियों से अनुरोध है कि वे नियमित रूप से कंपनियों की आधिकारिक वेबसाइट्स पर कीमतों की जांच करते रहें।