राजस्थान में मानसून का कहर: बाढ़ जैसे हालात, येलो अलर्ट जारी

Monsoon havoc in Rajasthan

राजस्थान में मानसून की भारी बारिश ने कई जिलों में जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। नदियाँ और नाले उफान पर हैं, जिससे कई क्षेत्रों में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है। अजमेर शहर में रात भर हुई मूसलाधार बारिश के कारण निचले इलाकों में पानी भर गया, सड़कें जलमग्न हो गईं और कई लोग अपने घरों में फंस गए। मौसम विभाग की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, सोमवार को जोधपुर, भीलवाड़ा, जयपुर, अजमेर, टोंक, हनुमानगढ़, नागौर सहित कई जिलों में 1 से 4 इंच बारिश दर्ज की गई।

सोमवार को बारिश का लेखा-जोखा

मौसम विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, बीते 24 घंटों में जोधपुर के चामू में सर्वाधिक 211 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। झालावाड़, बीकानेर, प्रतापगढ़, और जालौर में भी अति भारी बारिश हुई। इसके अलावा पाली, झुंझुनू, करौली, हनुमानगढ़, राजसमंद, अलवर, डूंगरपुर, भीलवाड़ा और सीकर के कुछ हिस्सों में भारी वर्षा देखी गई। हालांकि, जैसलमेर में बारिश का असर न के बराबर रहा।

तापमान और आर्द्रता

सोमवार को राज्य में अधिकतम तापमान जैसलमेर में 35.0 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान सिरोही में 20.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। विभिन्न जिलों में न्यूनतम तापमान इस प्रकार रहा:

  • अजमेर: 21.3 डिग्री
  • भीलवाड़ा: 21.8 डिग्री
  • जयपुर: 24.6 डिग्री
  • कोटा: 25.4 डिग्री
  • जोधपुर: 22.6 डिग्री
  • सिरोही: 20.2 डिग्री

हवा में आर्द्रता का स्तर 50 से 100 प्रतिशत के बीच रहा, जिससे मौसम और अधिक उमस भरा हो गया।

येलो और ऑरेंज अलर्ट

मौसम विभाग ने मंगलवार, 2 सितंबर के लिए पूर्वी राजस्थान के 21 जिलों में येलो अलर्ट और 5 जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। येलो अलर्ट वाले जिलों में भरतपुर, धौलपुर, करौली, सवाई माधोपुर, कोटा, बारां, बूंदी, दौसा, जयपुर, अलवर और भीलवाड़ा शामिल हैं। इन क्षेत्रों में मध्यम से भारी बारिश की संभावना है।

5 से 7 सितंबर तक भारी बारिश का अनुमान

मौसम विभाग के अनुसार, बंगाल की खाड़ी में एक नया कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है, जिसके प्रभाव से 5 से 7 सितंबर के बीच दक्षिण-पूर्वी राजस्थान में मूसलाधार बारिश हो सकती है। विशेष रूप से कोटा, बारां, बूंदी और सवाई माधोपुर जैसे जिलों में अत्यधिक बारिश की चेतावनी दी गई है। अगले एक सप्ताह तक मानसून के सक्रिय रहने की संभावना है।

जनजीवन पर प्रभाव

भारी बारिश के कारण सड़कों पर जलभराव, यातायात बाधित होने और बिजली आपूर्ति में व्यवधान की खबरें सामने आई हैं। प्रशासन ने प्रभावित इलाकों में राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिए हैं, साथ ही लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।